समाज के ताने-बाने में दरार, 330 दिनों में टूटे 2300 परिवार
मुरादाबाद में 330 दिनों में 2300 परिवारों का टूट जाना समाज में रिश्तों के कमजोर होते ताने-बाने की ओर इशारा कर रही हैं।
मुरादाबाद : एक अच्छे और सच्चे हमसफर की चाहत तो ज्यादातर सभी को होती है, लेकिन जैसा हमले सोचा और चाहा सामने वाला वैसा ही हो, जरूरी नहीं है। क्योंकि शुरुआती मुलाकातों में लोग अपना बेस्ट ही दिखाते हैं। जोकि पूरा सच नहीं होता। शादी के कुछ दिन बाद ही सत्यता बाहर आने लगती है। बात इतनी बिगड़ जाती है कि महिलाएं अपनी आजादी के लिए संयुक्त परिवार में रहना नहीं चाहती है। छोटी छोटी बातों पर उनका इगो हर्ट होता है। मुरादाबाद में 330 दिनों में 2300 परिवारों का टूट जाना समाज में रिश्तों के कमजोर होते ताने-बाने की ओर इशारा कर रही हैं। हालांकि, टूटे रिश्तों में गांठ बांधने के लिए काउंसिलिंग की जाती है। कुछ अलग हो जाते है तो कुछ समझौता कर लेते हैं।
कई मामले नहीं पहुंचे परामर्श केंद्र
ये महज 2300 मामले हैं, कुछ ऐसे भी मामले है, जो परिवार परामर्श केंद्र नहीं पहुंचे। सीधे मुकदमा दर्ज होने पर कोर्ट के मीडिएशन सेंटर पर पहुंच जाते है। शादी के बाद महिलाएं संयुक्त परिवार को एडजस्ट नहीं कर पा रही है। परिवार परामर्श केंद्र के आंकड़ों की माने तो मुरादाबाद में हर रोज सात परिवार टूट रहे हैं। एक्सपर्ट मान रहे है कि पहले शादी-ब्याह अक्सर लोग दोस्तों रिश्तेदारों के जरिए तय करते थे। इसलिए धोखे की गुंजाइश कम रहती थी। अब मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए शादियां हो रही है। ऐसे में दूर दराज के मामलों को पूरी छानबीन मुमकिन नहीं होती और लोगों ने प्रोफाइल में कितना सच लिखा है और कितना झूठ यह भी पता लगाना मुश्किल है। ऐसे रिश्ते लगातार टूट रहे है। सबसे ज्यादा मामले में महिलाओं के सामने संयुक्त परिवार में नहीं रहने के आ रहे है। काउंसलिंग करने के बाद उन्हें परिवार से अलग रखवा कर रिश्तों को टूटने से बचाया जा रहा है। उसके बाद मोबाइल फोन पर एक दूसरे के बातचीत करने का शक और वाट्स-एप पर चेटिंग करने से भी रिश्तों में दरार आ रही है। कुछ मामले ऐसे आ रहे है कि जो शुरू से झूठ की बुनियाद पर टिके हुए है। उनकी सच्चाई सामने आने पर रिश्तों में दरार पड़ रही है।
तोड़ दिया सिपाही का टिफिन
करूला की रहने वाली युवती की शादी जयंतीपुर में हुई थी। शादी के बाद संयुक्त परिवार में युवती ने जाने से इन्कार कर दिया। मामला परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा तो महिला इतने गुस्से में आई कि सिपाही का टिफिन तक तोड़ दिया। बाद में उसे पति के साथ अलग ही एडजस्ट कराया।
डंडा लेकर पहुंची महिला
सोमवार को चक्कर की मिलक की रहने वाली महिला एक डंडा लेकर परिवार परामर्श केंद्र में पहुंची। उसका कहना है कि शराब के नशे में धुत होकर पति ने डंडों से पीटा था। महिला का कहना था कि उसी डंडे से पति की पिटाई करो।
लगातार बढ़ रहे हैं मामले : एसएसपी
जनपद में परिवारों के टूटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आश्चर्य ही है कि इस वर्ष अब तक 2300 शिकायत परिवार परामर्श केंद्र में आई हैं, जबकि थानों में दर्ज आंकड़ा अलग है। ऐसे में काउंसलिंग कराने के बाद काफी परिवारों को जोड़ा गया है। कुछ की डेट लगाकर काउंसलिंग कराई जा रही है। ताकि रिश्तों की मर्यादा को संभाले रखा जा सकें।
-जे रविन्दर गौड, एसएसपी।