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फर्जीवाड़ा : दस हजार फर्जी सट्टे मिले, भूमिहीन गन्ना किसान और मृतक भी सट्टा धारक

चालू पेराई सत्र में गन्ना विभाग, चीनी मिल व किसानों के जरिए किए गए घालमेल का पर्दाफाश हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 01:05 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 01:05 PM (IST)
फर्जीवाड़ा : दस हजार फर्जी सट्टे मिले, भूमिहीन गन्ना किसान और मृतक भी सट्टा धारक
फर्जीवाड़ा : दस हजार फर्जी सट्टे मिले, भूमिहीन गन्ना किसान और मृतक भी सट्टा धारक

मुरादाबाद (जेएनएन)। चालू पेराई सत्र में गन्ना विभाग, चीनी मिल व किसानों के जरिए किए गए घालमेल का पर्दाफाश हुआ है। सत्यापन के दौरान 10732 किसानों के सट्टे फर्जी पाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा फर्जी सट्टा मुरादाबाद गन्ना समिति में पाए गए हैं। फर्जी मिले सट्टों में अनेक किसान भूमिहीन, मृतक व डबल सट्टाधारक हैं। दबंग किसानों ने इनके नाम से फर्जी सट्टे बना रखे थे। इनमें विभाग व चीनी मिल कर्मचारी भी शामिल थे। सत्यापन में इनका खुलासा हुआ तो गन्ना विभाग में हड़कंप मच गया। फिलवक्त इन सभी को निरस्त कर 21436 नए सदस्य बनाए गए हैं।

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तहसीलवार कमेटी का हुआ गठन

गन्ने की अवैध खरीद रोकने को एसडीएम की अध्यक्षता में तहसीलवार कमेटी गठित की गई है। जिसमें गन्ना, बांट माप, खांडसारी इकाई कर्मचारी व पुलिस बल को शामिल किया गया है। कमेटी गन्ना क्रय केंद्र व मिल गेट के कांटे चेक कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश करेगी। जिला गन्ना अधिकारी डॉ. सुभाष यादव ने बताया कि कमेटियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।

चीनी मिलों ने खड़े किए कांटे

जनपद में अगवानपुर, रानीनागल, बिलारी व बेलवाड़ा चीनी मिलें और 182 गन्ना क्रय केंद्र हैं। गन्ना विभाग ने सभी मिलें व क्रय केंद्र चालू होने का दावा किया है। दूसरी ओर गन्ना किसान हरपाल सिंह, महक सिंह व ऋषिपाल सिंह का आरोप है कि चीनी मिलें किसानों को गुमराह कर रही हैं। अधिकांश क्रय केंद्र ठप हैं। तौल शुरू न होने से किसान परेशान हैं।

समितियों पर पूछताछ केंद्र स्थापित

घटतौली, पर्ची वितरण में धांधली, क्रय केंद्रों पर समय से तौल न होने व दीगर समस्याओं के निपटारे के लिए गन्ना विभाग सक्रिय हुआ है। समय से निपटारे के लिए गन्ना समितियों में पूछताछ केंद्र स्थापित किए गए हैं। किसान, गन्ना समितियों में जाकर निस्तारण करा सकते हैं। चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू होते ही गन्ने की पर्चियों को लेकर मारामारी है। हाल यह है कि जिस कंपनी को पर्ची वितरण का कार्य सौंपा गया है वह अभी तक कर्मचारियों की तैनाती भी नहीं कर पाई है। किसान,पूछताछ केंद्र पर जाकर स्थिति का पता लगा सकते हैं। तैनात कर्मचारी उनकी समस्याओं का तत्काल निस्तारण कराएंगे।

कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक

गन्ना विभाग ने समस्याओं के निपटारे के लिए समिति सचिव, वरिष्ठ गन्ना निरीक्षक व अन्य कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। 30 नवंबर तक किसी भी कर्मचारी को छुट्टी नहीं मिलेगी।

एसएमएस दिखाकर गन्ने की तौल

किसान समिति द्वारा भेजे गए एसएमएस को दिखा कर मिल गेट व क्रय केंद्र पर गन्ने की तौल करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें आईडी साथ ले जाना होगा। तौल क्लर्क को भी चेतावनी दी गई है।

किसानों को यह मिलेगी सुविधा

बुग्गी, ट्रपलर व ट्राली से गन्ना ले जाने पर तौल में दस फीसद अधिक भार की छूट दी गई है। बुग्गी के माध्यम से 20 क्विंटल गन्ना तौलने का नियम है। अगर उसमें 22 क्विंटल गन्ना भरा है तो उसे भी तौल लिया जाएगा। ट्रपलर के माध्यम से 40 व ट्राला के माध्यम से 80 क्िवटल गन्ना तौला जाएगा। इन पर भी दस फीसद अतिरिक्त गन्ना तौला जा सकता है।

किसान जाकर ले सकते है जानकारी

समस्याओं के निपटारे के लिए समितियों पर पूछताछ केंद्र स्थापित किए गए हैं। किसान वहां जाकर स्थिति की जानकारी कर सकते हैं।

डॉ. सुभाष यादव, जिला गन्ना अधिकारी


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