सावन के आखिरी सोमवार के साथ पढ़ी गई ईद-उल-अजहा की नमाज, मांगी अमन चैन की दुआ Moradabad News
शहर में एक बार फिर गंगा जमुनी तहजीब की निर्मल धारा बहती दिखाई दी। मंदिरों में जलाभिषेक के लिए शिव भक्त उमड़े तो सुबह-सुबह नमाज अदा करने के लिए नमाजियों की भीड़ भी ईदगाह पर पहुंची।
मुरादाबाद। शहर में एक बार फिर गंगा जमुनी तहजीब की निर्मल धारा बहती दिखाई दी। मंदिरों में जलाभिषेक के लिए शिव भक्त उमड़े तो सुबह-सुबह नमाज अदा करने के लिए नमाजियों की भीड़ भी ईदगाह पर पहुंची। सावन के आखिरी सोमवार के साथ अमन और चैन के बीच ईद-उल-अजहा की नमाज भी अदा की गई। जहां दोनों समुदाय के लोगों ने सुख-समृद्धि और अमन-चैन मांगा। एक तरफ मंदिरों में जहां बम भोले की गूंज सुनाई दी, तो मस्जिदों में सफेद पोशाक में नमाजी नमाज अदा करते दिखे।
सावन का आखिरी सोमवार होने के साथ ही मंदिरों में सुबह तड़के ही कतारें लगना शुरू हो गई थीं। शिव के दर्शन के लिए दिन खिलने के साथ कतारें भी लंबी होती गईं। लोगों ने अपने भोले बाबा को मनाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की और शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा चढ़ाया। वहंी कई जगह दुग्धाभिषेक भी किया गया। इसके अलावा सुबह सात बजे से नमाजी भी ईदगाह में इक_ा होना शुरू हो गए। आठ बजते ही शांति व्यवस्था के बीच ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई, इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को इसकी बधाई भी दी।
कड़े पहरे में हुई नमाज
दोनों पर्व एक साथ पडऩे के कारण प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था में कोई ढील नहीं बरती। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान कड़ी निगरानी करते दिखाई दिए। मंदिरों और ईदगाह तक जाने वाले रास्तों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई गई और ट्रैफिक प्लान को भी डायवर्ट किया गया है।
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