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महंगाई की मार, सिलेंडर महंगा होते ही याद आई सब्सिडी

मुरादाबाद (तरुण पाराशर) : गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने वालों को अब इसकी कमी खलने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 06:10 AM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 06:10 AM (IST)
महंगाई की मार, सिलेंडर महंगा होते ही याद आई सब्सिडी
महंगाई की मार, सिलेंडर महंगा होते ही याद आई सब्सिडी

मुरादाबाद (तरुण पाराशर) : गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने वालों को भी अब इसकी कमी खलने लगी है। वे अपनी सब्सिडी पाने के लिए गैस एजेंसियों के चक्कर लगाने लगे हैं। इसके अलावा विभिन्न कारणों से सब्सिडी में कटौती वाले लोग भी पहुंच रहे हैं। एजेंसी वाले भी उन्हें सब्सिडी वापस पाने के लिए आवेदन करने के लिए कह रहे हैं। सिलेंडर की संख्या की गई थी निर्धारित

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एलपीजी गैस कनेक्शन को आधार से जोड़ने के साथ सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी खाते में पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही साल में सब्सिडी पर मिलने वाले सिलेंडर की संख्या भी निर्धारित कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से आह्वान किया कि यदि आप सक्षम हों तो सब्सिडी छोड़ दें ताकि इससे गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जा सकें। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी। हालांकि, सब्सिडी खाते में आने से पहले वेंडर को सिलेंडर की पूरी कीमत देनी होती है। पिछले दिनों में सिलेंडर कीमत 800 रुपये तक पहुंच गई। जिन लोगों ने सब्सिडी छोड़ी थी उन्हें यह कीमत ज्यादा लगने लगी। ऐसे में उन्हें सब्सिडी की याद आने लगी। अपनी सब्सिडी दोबारा पाने के लिए वह गैस एजेंसी पर पहुंचकर आवेदन कर रहे हैं। 339 रुपये मिल रही सब्सिडी

अभी सिलेंडर की पूरी कीमत करीब 770 रुपये देनी पड़ रही है। इसके बाद खाते में 339 रुपये सब्सिडी पहुंच रही है। ऐसे में वार्षिक 12 सिलेंडर पर इसी दर से करीब चार हजार रुपये की बचत होगी। दोबारा मिल सकती है छोड़ी हुई सब्सिडी

सब्सिडी छोड़ने के बाद उसे दोबारा पाने का प्रावधान है। जिन लोगों ने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ी थी उनको इसे दोबारा पाने के लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद उसकी प्रक्रिया एजेंसी वालों को पूरी करानी होती है और उसके बाद फिर से सब्सिडी मिलनी शुरू हो जाएगी। हालांकि, इसमें जिस अवधि में सब्सिडी छोड़ी थी उस समय का लाभ नहीं मिलेगा। अन्य कारणों से सब्सिडी कटौती वापसी वालों की लंबी लाइन

सब्सिडी कटौती के कई कारण भी हैं। इसमें आनलाइन गैस बुकिंग के दौरान पहले सब्सिडी छोड़ने की अपील सुनकर जल्दबाजी में बटन दबाने से सब्सिडी भी कटी है। इसके साथ जिन लोगों ने आयकर रिटर्न फाइनल करने में दस लाख रुपये से अधिक की आय प्रदर्शित की है उन्हें सब्सिडी का लाभार्थी नहीं माना गया है। गैस कनेक्शन आधार से जुड़ने के बाद ऐसे लोगों की सब्सिडी स्वत: कट गई है। वह भी सब्सिडी दोबारा पाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह सुविधा नहीं मिलेगी। कम है संख्या

सब्सिडी छोड़ने वाले उसे दोबारा पाने के लिए वापस पहुंच रहे हैं। इसमें अन्य कारणों से सब्सिडी कटौती को फिर से जुड़वाने वाले भी हैं। हर रोज कई लोग पहुंचते हैं। इनमें स्वत: सब्सिडी छोड़ने वालों की संख्या कम ही है।

-समीर अरोड़ा, एमडी इंडेन, रिलायंस गैस एजेंसी। दोबारा पाने का है प्रावधान

सब्सिडी छोड़ने के बाद उसे दोबारा पाने का प्रावधान है। इसके लिए आवेदन करना होता है। प्रक्रिया पूरी करने के बाद सब्सिडी दोबारा मिलनी शुरू हो जाती है।

-भूपाल सिंह, भारत गैस एजेंसी।


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