ई-कचरा, पीतल की भट्ठियों से मुरादाबाद में बढ़ रहा प्रदूषण, नहीं किए जा रहे रोकथाम के इंतजाम
Pollution in Moradabad प्रदूषण से पूरा प्रदेश लाल सिर्फ पीले घेरे में अपना शहर। वायु गुणवत्ता सूचकांक में मुरादाबाद में 286 के करीब प्रदूषण। प्रदूषण की रोकथाम के लिए सभी विभागों को अपने स्तर से कार्रवाई करना होगा तभी कुछ सुधार हो सकता है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Pollution in Moradabad। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में प्रदूषण से पूरे प्रदेश की स्थिति खराब है। प्रदूषण ने पूरे प्रदेश को लाल घेरे में ले लिया है। कुछ राहत मुरादाबाद में जरूर है। मुरादाबाद लाल घेरे से बच गया लेकिन, प्रदूषण के मामले में स्थिति अच्छी नहीं है।
सोमवार को मुरादाबाद पीले जोन में रहा। रात को नौ बजे करीब 286 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब प्रदूषण वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार रहा। शहर में ई-कचरा जलाने, पीतल भट्ठियां, सीवर लाइन खोदाई से वायु प्रदूषण की स्थिति खराब है। मुरादाबाद लगातार लाल घेरे में था। सोमवार को पीले जोन में रहा। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की लापरवाही से वायु प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। पिछले कई महीनों से कोई कार्रवाई प्रदूषण फैलाने वालों पर नहीं की गई है। ऐसी स्थिति में कैसे सुधरेगा शहर का प्रदूषण। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी विकास मिश्रा ने बताया कि प्रदूषण को लेकर अकेले प्रदूषण विभाग जिम्मेदार नहीं हैं। सभी विभाग अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे तो कुछ सुधार हो सकता है। हिंदू कालेज की एसोसिएट प्राेफेसर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की समन्वयक डॉ. अनामिका त्रिपाठी ने बताया कि मुरादाबाद में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण भट्ठियां और ई-कचरा है।
लगातार खराब हो रही है स्थिति
मुरादाबाद में प्रदूषण की समस्या नई नहीं है। काफी समय से मुरादाबाद की आबोहवा बिगड़ती रही है, इससे शहर कई बार रेड जोन में पहुंच जाता है। कुछ समय की राहत के बाद फिर से शहर की हवा प्रदूषित होने लग जाती है। इसके स्थायी समाधान नहीं किए जा रहे हैं।
प्रदेश में प्रदूषण की स्थिति
मुरादाबाद 286
आगरा 319
मेरठ 330
बुलंदशहर 347
कानपुर 350
ग्रेटर नोएडा 360
लखनऊ 360
नोएडा 363