: सूख रही धरती की कोख, रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी फेल
मुरादाबाद : अतिदोहन से धरती की कोख सूखती जा रही है। कहीं- कहीं भूगर्भ जल 15 मीटर तक नीचे खिसक गया
मुरादाबाद :
अतिदोहन से धरती की कोख सूखती जा रही है। कहीं- कहीं भूगर्भ जल 15 मीटर तक नीचे खिसक गया है। जल संरक्षण न होने से बरसात का पानी नालियों से होता हुआ समुद्र में बह जाता है। सरकार के लाखों खर्च करने के बावजूद रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम फेल हैं।
रोजमर्रा लाखों लीटर पानी कार, मोटर साइकिल की धुलाई, सड़कों पर छिड़काव, घनी आबादी व पॉश कालोनियों में पानी की बर्बादी कम होने के बजाए बढ़ती जा रही है। अनेक घराने ऐसे भी हैं जो पानी को बर्बाद करने में शान समझते हैं। बहरहाल, पानी को संरक्षित करने की जरूरत है?
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रेन वाटर हार्वेस्टिंग-
बरसात के पानी को संरक्षित करने के लिए महानगर में एक दर्जन स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग संयंत्र लगाए है। विकास भवन, ईदगाह, आरटीओ कार्यालय क्षेत्र व कई स्कूल कालेजों में भी निर्माण कराया गया। कुछ दिनों तक देखरेख भी हुई। बरसात के दिनों में जल सरंक्षण करने में ये मददगार भी हुए। फिलवक्त इनकी हालत खस्ता है। गंदगी और मलबे से पटने के कारण इनके पाइप भी बेकर हो गए।
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मुहम्मद जुहैब कहते हैं कि ईदगाह में पानी भरने के कारण रेन वाटर हार्वेस्िटग संयंत्र लगवाया गया है। नमाज के मौके पर बरसात होने से उसका उपयोग किया गया। विकास भवन के कर्मचारी ने बताया कि सफाई न होने से कई साल ठप पड़ा है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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रेन वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में जांच कराई जाएगी। उन्हें साफ कराकर चालू कराया जाएगा।
धर्मवीर सिंह राठौर, अधिशासी अभियंता भूगर्भ जल