#MeToo : योगी आदित्यनाथ की मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने बताया महिलाओं का अधिकार
प्रदेश की महिला, परिवार एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने मी टू पर कहा कि यह महिलाओं का अधिकार है। इस पर सवाल उठाना गलत है।
मुरादाबाद (जेएनएन)। मी टू को लेकर भले ही केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर को अपना पद गंवाना पड़ा, लेकिन योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी इसको महिलाओं का अधिकार मानती हैं। पीतलनगरी मुरादाबाद में उन्होंने कहा कि मी टू पर सवाल उठाना गलत है। यह तो महिलाओं का अधिकार है।
प्रदेश की महिला, परिवार एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी आज मुरादाबाद में थीं। इस दौरान उन्होंने जिला कारागार व बाल सुधार गृह का निरीक्षण किया। इसके बाद उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष विशेष गुप्ता के आवास पहुंचीं।
यहां उन्होंने पत्रकारों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मी टू पर उन्होंने कहा कि यह महिलाओं का अधिकार है। इस पर सवाल उठाना गलत है कि 10-20 साल बाद इसको लेकर शिकायत क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब किसी को अपनी बात कहने का मौका मिला उसने अपनी बात कह दी है। इसमें यह बात बेहद गलत है कि दस-बीस साल बाद शिक़ायत क्यों की जा रही हैं।
डॉ. जोशी ने कहा कि जेल का निरीक्षण में वहां के बदलाव दिखाई दिए। जब मैं इस जेल में रही, तब व्यवस्था बहुत खराब थी। तब की तुलना अब बहुत सुधार हुए हैं। बंदियों की सुविधा के पर्याप्त इंतजाम हैं। टीवी, पंखे लगाए हैं। जेल प्रशासन ने बताया कि जेल शिफ्टिंग की प्रक्रिया चल रही है। जल्द नई जेल का निर्माण शुरू हो जाएगा। बाल संप्रेक्षण गृह में भी क्षमता से अधिक बच्चे हैं। उसकी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के अंतिम संस्कार में कांग्रेस की ओर से उदासीनता दिखाने पर कहा कि यह कांग्रेस का चरित्र है। वहां किसी का सम्मान नही किया जाता है।