लड़की वालों से जबरदस्ती दहेज मांगने वालों का होगा सामाजिक बहिष्कार Rampur News
जलसा ए सीरतुन्नबी व इस्लाहे मुआशरा कॉन्फ्रेंस में बोले मुफ्ती इस्हाक कि शादियों में लड़की वालों से दहेज मांगना हराम है।
रामपुर, जेएनएन : मुफ्ती इस्हाक मिस्बाही ने कहा कि मुसलमानों में शरीयत के मुताबिक शादियां नहीं हो रही हैं। लड़की वालों से जबरदस्ती रुपये, गाड़ी और खाने की मांग की जाती है यह सब नाजायज और हराम है। वह मदरसा गौसिया रिजविया लाला नगला में हुए जलसा ए सीरतुन्नबी व इस्लाहे मुआशरा कॉन्फ्रेंस को खिताब कर रहे थे।
जलसे का आगाज तिलावत ए कलाम ए पाक से किया गया। इसके बाद मौलाना अब्दुर्रहीम ने हुजूर की शान में नात ए पाक पेश की। मुफ्ती इस्हाक ने कहा कि अफसोस कि बात है कि मुसलमान दीनी तालीम से दूर होते जा रहे हैं। समाजी कामों में मुस्लिम इस्लामी तरीकों से हट गए हैं, जिसकी वजह से तमाम परेशानियों में घिरे हुए हैं। शादियों में जो रस्में चल रही हैं जैसे बहुत ज्यादा बारात लेकर चलना, तरह तरह के खाने और सामान की मांग करना हराम है। लड़की वालों की मजबूरी का फायदा उठाया जा रहा है। इस तरह की गलत रस्मों को खत्म करना चाहिए नहीं तो कल कयामत के दिन सवाल पूछा जाएगा कि जिस नबी की तुम उम्मत में हो उसके बताए तरीके पर अमल क्यों नही किया। नबी से मुहब्बत का तकाजा यही है कि हम उनके बताए रास्ते पर चलें। उनकी हर हर सुन्नत पर अमल करें। कुरआन की तालीम के मुताबिक ङ्क्षजदगी गुजारें। उन्होंने तमाम उलमा व जिम्मेदारों से दहेज जैसी लानत को खत्म करने के लिए आगे आने की अपील की। साथ ही तय किया गया कि दहेज मांगने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। इस मौके पर मौलाना अजीम अली, मौलाना आमिर अली, मौलाना शोएब अली, मौलाना मुराद आदि मौजूद रहे।