पर्यावरण की सेहत सुधारने में जुटे डॉक्टर
मुरादाबाद (मेंहदी हसन)। जमीन आपकी, पौधे भी आपकी पसंद के लगाएंगे।
मुरादाबाद (मेंहदी हसन)। जमीन आपकी, पौधे भी आपकी पसंद के लगाएंगे। पौधों की तीन साल तक देखभाल के लिए माली भी इन्हीं का होगा। मुरादाबाद का नाम प्रदूषण वाले क्षेत्रों की सूची में टॉप में आने के बाद ये अनूठा प्रयास शहर के नामचीन डॉक्टरों ने शुरू किया है। जमीन मालिक की हरियाली में चवन्नी भी खर्च नहीं होगी और फल, फूल और औषधीय पौधे लगे हुए मिल जाएंगे। हरियाली के लिए पैसा खर्च होगा। इसके लिए डॉक्टरों ने आपस में ही चंदा डालकर ये काम शुरू किया है। टीम सदस्यों का कोई एनजीओ नहीं है। वो सिर्फ हरियाली को लेकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं।
बढ़ती बीमारियों को देखकर आया आइडिया
शहर में चिकित्सकों का हरियाली के लिए ग्रुप बनाने वाले न्यूरो सर्जन डॉ. मोनित अग्रवाल को ये आइडिया शहर में बढ़ रही बीमारियों को देखकर आया। उन्होंने डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. एसएन हसन, डॉ. सचिन देव, डॉ. अनंत राणा, डॉ. गौरव गुप्ता, डॉ. केआर सिंह से आइडिया साझा किया तो सभी को पसंद आया। अब इस ग्रुप से करीब 40 डॉक्टर जुड़ चुके हैं। सभी अपनी कमाई का कुछ हिस्सा हरियाली के लिए खर्च करते हैं।
अब तक 15 हजार से ज्यादा पौधे रोपित कर चुके हैं
न्यूरोसर्जन डॉ. मोनित अग्रवाल बताते हैं कि प्रदूषण के मामले में मुरादाबाद का नाम भी बहुत आगे आ चुका है। पेड़ कटान तो हो रहा है, लेकिन पौधे रोपे नहीं जा रहे हैं। इससे बीमारिया बढ़ रही हैं। ज्यादातर लोगों को कुछ न कुछ बीमारी है। एक दिन ख्याल आया कि पौधे लगाने के लिए प्रयास किया जाए। साथी चिकित्सकों से आइडिया शेयर किया तो सभी ने हरित क्रांति के लिए हामी भर दी। इसके बाद हम लोगों ने आपस में ही कंट्रीब्यूशन करके पौधे लगाने शुरू कर दिए और अब तक 15 हजार से ज्यादा पौधे रोपित कर चुके हैं। पौधे रोपित कर माली से कराते हैं तीन साल तक देखभाल टीबी एंड चेस्ट फिजिशियन डॉ. वैभव गुप्ता कहते हैं कि हरियाली के लिए जगह दूसरे की और पौधे-माली हमारा होगा। इतना ही नहीं तीन साल तक पौधों की देखभाल भी कराने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद हमने कुछ सरकारी स्थल और फिर सार्वजनिक स्थलों का चयन करने के साथ हरित क्रांति के लिए काम शुरू कर दिया। शहर में हरियाली होगी तो बीमारिया भी कम होंगी। इसमें लोगों का सहयोग भी जरूरी है। हरियाली के लिए जिले भर में मुहिम चलाएंगे
न्यूरोसर्जन डॉ. संजय गुप्ता, बताते हैं कि शहर में मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। हरियाली के लिए अब हमारे साथ 40 चिकित्सक जुड़ चुके हैं। हरियाली के लिए हम लोग जिले भर में मुहिम चलाएंगे। हमारा कोई एनजीओ नहीं है। सभी चिकित्सक अपनी कमाई का कुछ हिस्सा हरियाली के नाम से निकालते हैं। हमारी कोशिश है कि लोग ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं।