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Lockdown:मीलों का सफर पैदल ही तय करने निकल पड़े मजबूर दिव्यांग Rampur News

सवारी नहीं मिलने पर लंबा सफर पैदल ही तय करने को निकल पड़े दिव्यांग। लॉकडाउन के कारण लोगों को हो रही परेशानी लेकिन यह उनके बेहतरी के लिए है।

By Ravi SinghEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 01:52 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 01:52 PM (IST)
Lockdown:मीलों का सफर पैदल ही तय करने निकल पड़े मजबूर दिव्यांग Rampur News

रामपुर,जेएनएन। कोरोना वायरस के चलते शाहजहांपुर निवासी दिव्यांग सवारी न मिलने के चलते पैदल ही जाने को मजबूर है। उसका कहना है कि वह किसी प्रकार दस किमी अपने रिश्तेदार के घर पहुंचना चाहता है। इसके बाद आगे जाने का प्रयास करेगा।

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जनपद शाहजहांपुर निवासी दिव्यांग अशरफ अली जो भीख मांग कर गुजारा करता है। वह लॉकडाउन से पहले शाहजहांपुर से इस क्षेत्र में भीख मांगने आया था, लेकिन वह फंस गया। अब उसके रहने व खाने पीने का कोई सहारा भी नहीं है। शाहजहांपुर जाने को सवारी का भी कोई प्रबंध नहीं है। वह दस किमी जनपद मुरादाबाद के गांव डूंगरपुर में अपने किसी रिश्तेदार के घर किसी प्रकार चला जाएगा। इसके बाद आगे सोचेगा। सीओ ब्रह्मपाल ङ्क्षसह, तहसीलदार महेंद्र बहादुर ङ्क्षसह, कोतवाली इंचार्ज दुर्गा ङ्क्षसह, नायब तहसीलदार शिव प्रकाश आदि ने लॉकडाउन की स्थिति में पालन कराने का जायजा लिया। साथ ही अन्य जनपदों व प्रान्तों से आने वाले मुसाफिरों के लिए टांडा के राजकीय इंटर कालेज में खानपान व रहने की व्यवस्था कराई। लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर तो बागपत के युवा अपने भाई को व्हील चेयर पर ही ले जा रहे थे।

तहसील प्रशासन व पुलिस ने मजदूरों को खिलाया खाना

उत्तराखंड स्थित पेपर मिल में मजदूरी का कार्य कर रहे बिहार और देवरिया तथा बलिया के रहने वाले दर्जनभर मजदूर रविवार को सुबह किसी तरह अपनी मिल से घर के लिए पैदल चलकर दढिय़ाल तिराहे पर पहुंचे। तहसील प्रशासन ने उनको ठहराकर भोजन कराया।

बिहार प्रदेश के सीतामणि निवासी राजा, सोनू, अवधेश, चंदन तथा उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी मुख्तार अंसारी, सहाबुद्दीन, देवेंद्र ङ्क्षसह, राजकुमार और बलिया जनपद निवासी राजाराम, वीरेंद्र, रामानन्द तथा रामप्रकाश उत्तराखंड स्थित पेपर मिल में मजदूरी का कार्य करते हैं। राहगीरों ने बताया कि कमरे में जो राशन रखा था वह खत्म हो गया था। एक दिन भूखा भी रहना पड़ा। परेशानी को देखते हुए भूख प्यास से पैदल घर के लिए निकल पड़े। सोमवार दोपहर लगभग एक बजे सभी कस्बा तिराहे पर पहुंचे। वहां व्यवस्था में लगे पुलिस और तहसील कर्मियों ने तहसीदार टांडा महेंद्र बहादुर ङ्क्षसह से फोन पर बात कर उन्हें गांधी इंटर कालेज में ठहराया बाद में उन्हें भोजन कराया। दढिय़ाल मुस्तेहकम के लेखपाल नरेंद्र कुमार ने बताया कि सभी लोगों को भोजन कराया गया। कालेज में ठहरने की भी व्यवस्था की गई है।

उत्तराखंड बार्डर सील

मिलक खानम पुलिस ने उत्तराखंड बार्डर को सील कर दिया। सड़कों पर घूम रहे बिना वजह लोगों से जुर्माना वसूलने के साथ ही लाठियां फटकार रही हैं।

सभी गांव में हो टीम का गठन

भाकियू अराजनैतिक के जिला उपाध्यक्ष सलामत जान ने डीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राकेश कुमार गुप्ता को सौंपा। कहा कि प्रशासन व पुलिस व्यस्त है, लेकिन कुछ लोग बिना वजह सड़कों पर घूम रहे हैं। ऐसे लोगों को समझाने के लिए सभी गांव में एक-एक टीम का गठन किया जाए।  


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