कानपुर बिकरू कांड पर डीआइजी पीएसी बोले-शहीद सीओ करते थे रिकार्डिंग
तीन ऑडियो जारी होने के बाद वीडीओ के माध्यम से जारी किया स्पष्टीकरण। मीडिया से सत्यता की जांच करने की अपील की।
मुरादाबाद। कानपुर में हुए विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से लगातार ऑडियो वॉयरल हो रहे हैं। इन ऑडियो में बार-बार तत्कालीन एसएसपी रहे मुरादाबाद में तैनात डीआइजी पीएसी अनंतदेव की भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। डीआइजी पीएसी ने वीडीओ संदेश के माध्यम से इस मामले में पहली बार स्पष्टीकरण जारी किया। जिसमें उन्होंने शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्र की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि जो ऑडियो वायरल किए जा रहे हैं,यह सभी शहीद सीओ के द्वारा रिकार्ड किए गए थे। जबकि यह आचरण नियमावली के विरुद्ध है। उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया है,कि आक्षेप लगाने से पूर्व इन ऑडियो की सत्यता की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस ऑडियो में जुआ खेलने के साथ ही एसओ चौबेपुर विनय तिवारी द्वारा अपराधियों पर गैंगेस्टर न लगाने की बात की जा रही है,उस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं इस मामले की जांच भी बिल्हौर सीओ को सौंपी गई थी। इसके साथ ही डीआइजी ने यह भी स्पष्ट किया कि जो पूर्व में एक पत्र सीओ के नाम से वायरल किया गया था,वह भी जांच में सही नहीं पाया गया है। कानपुर में हुए विकास दुबे एनकांउटर के बाद पहली बार डीआइजी पीएसी ने अपना पक्ष रखा है। इससे पहले वह इस मामले में चुप्पी साधे हुए थे। लेकिन तीन ऑडियो वॉयरल होने के बाद उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए शहीद सीओ की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। गौरतलब है कि बीते दो जुलाई को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकडऩे गई पुलिस पर बदमाशों ने फायङ्क्षरग की थी। इस दौरान सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। वहीं इसके बाद एसटीएफ की टीम ने 10 जुलाई को कानपुर बार्डर में विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया था।