Dehradun Shatabdi Express coach fire case : एसी में खराबी के कारण लगी थी कोच में आग, मामले की जांच जारी
रेलवे ने हरिद्वार रायवाला व कासरो स्टेशन पर पूछताछ केंद्र खोले हैं जहां फोन कर यात्रियों के बारे में जानकारी ली जा सकती है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि आग लगने के जांच के लिए दिल्ली के चार वरिष्ठ अधिकारी देहरादून पहुंचे।
मुरादाबाद, जेएनएन। देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में कोच में आग लगनेे का कारण एसी में आई खराबी को माना जा रहा है। हालांकि, जांच के बाद आग लगने का कारण स्पष्ट हो पाएगा। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ब्रांच अधिकारियों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
हरिद्वार देहरादून के बीच शुक्रवार को शाम चार बजे तक रेल यातायात बंद रहा। शनिवार की दोपहर 12.20 बजे राजाजी नेशनल पार्क के बीच कासरो स्टेशन के नजदीक नई दिल्ली से देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या सी-पांच में आग लग गई थी। धुआं निकलते देख कर यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दिया और यात्री अपना सामान लेकर दूसरे कोच में चले गए। ट्रेन चालक, सहायक चालक व गार्ड ने आग लगी बोगी को काटकर अलग कर ट्रेन की शेष बोगियों को आग से बचा लिया गया। साथ ही कोच में उपलब्ध अग्निशमन यंत्र की मदद से कोच की आग बुझाने प्रयास किया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने के बाद दो बजे आग पूरी तरह से बुझा दी गई। सूचना मिलने के बाद मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ब्रांच अधिकारियों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। छह बोगी की ट्रेन बनाकर शताब्दी एक्सप्रेस को दोपहर दो बजे देहरादून के लिए चलाया गया, जो दोपहर 3.07 बजे देहरादून पहुंच गई। रेलवे ने हरिद्वार, रायवाला व कासरो स्टेशन पर पूछताछ केंद्र खोले हैं, जहां फोन कर यात्रियों के बारे में जानकारी ली जा सकती है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि आग लगने के जांच के लिए दिल्ली के चार वरिष्ठ अधिकारी देहरादून पहुंचे। यात्रियों ने बताया कि एसी उपकरण से धुआं निकलते देखा था। शाम तक बोगी को घटनास्थल से हटाकर यातायात सुचारु कर दिया गया। घटना के बाद दो बजे दुर्घटनाग्रस्त कोच को छोड़कर देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस को अन्य कोच के साथ रवाना कर दिया गया। जबकि दोपहर चार बजे तक दुर्घटनाग्रस्त कोच घटनास्थल पर ही खड़ा रहा। शाम छह बजे उसे रायवाला स्टेशन लाया गया। घटना के कारण देहरादून हरिद्वार के बीच रेल यातायात बंद रहा और लिंक और राप्ती गंगा एक्सप्रेस को देहरादून ले जाने बजाय रायवाला से लौटा दिया गया।