घट रहा गंगा का जलस्तर, गांवों में बढ़ रहीं संक्रामक बीमारियां, ग्रामीण इलाकों में नहीं पहुंच रही स्वास्थ्य टीम
Amroha Tigri Ganga water level कोई भी चिकित्सक टीम के गांवों में नहीं पहुंचने से लोगों में रोष व्याप्त है। तिगरी गंगा में गेज गिरा है। पानी का असर अभी भी अमरोहा के गजरौला और मंडी धनौरा के गांवों के जंगलों में देखने को मिल रहा है।
मुरादाबाद, संवाद सहयोगी। Amroha Tigri Ganga water level : तटबंध टूटने के चलते ग्रामीण क्षेत्र के जंगलाें में पानी का जलस्तर कुछ कम हुआ है। जिससे ग्रामीणों को थोडी राहत मिली है। लेकिन, घट रहे जल स्तर के साथ बढ़ते रोग ग्रामीणाें की समस्या बढ़ा रहे है। वहीं कोई भी चिकित्सक टीम के गांवों में नहीं पहुंचने से लोगों में रोष व्याप्त है। तिगरी गंगा में गेज गिरा है। उत्तराखंड में हुई बरसात के पश्चात बैराज से छोड़े गए पानी का असर अभी भी अमरोहा के गजरौला और मंडी धनौरा के गांवों के जंगलों में देखने को मिल रहा है।
जलस्तर लगातार घट रहा है। लेकिन, पानी होने से अभी भी रसूलपुर भांवर पपसरी खादर, सीपिया आदि गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूटा हुआ है। लोग राशन आदि लेने के लिए ट्रैक्टर आदि से आ जा रहे हैं। फसलें जलमग्न हैं। इसके चलते किसानों के सामने पशुओं के लिए चारे की समस्या बनी हुई है। धीरे-धीरे घट रहे जलस्तर से जहां एक ओर लोगों को राहत मिल रही है। वहीं गांवों में डेंगू, बुखार, मलेरिया आदि रोग पनपने शुरू हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक चिकित्सा विभाग का कोई भी चिकित्सक अथवा अन्य कर्मचारी गांवों में नहीं पहुंचा है। इससे मरीजों को लेकर आने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। कुछ ग्रामीण मजबूरीवश झोलाछापों से ही अपना इलाज कराने को मजबूर हो रहे हैं। एसडीएम मांगेराम चैहान का कहना है कि पूर्व से जल स्तर में कमी आई है। लोगों की हर संभव मदद की जा रही है। लेखपालों को गांवों में नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है। साथ ही किसी भी अप्रिय घटना की सूचना तत्काल तहसील मुख्यालय को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, तिगरी गंगा के जलस्तर में 20 सेमी की गिरावट दर्ज हुई है। 200.00 से गंगा का गेज 199.80 पर पहुंच गया है।