प्रदूषण से कम हो रही रोग प्रतिरोधक क्षमता, सांसों के जरिए शरीर में पहुंच रहा जहर, ये है शहरों की स्थिति
Pollution in Moradabad देश के 10 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में सात उत्तर प्रदेश के। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुरादाबाद का जारी नहीं किया एक्यूआइ। हल्का कोहरा छाने के साथ अब धुंध होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Pollution in Moradabad। प्रदूषण का बढ़ता स्तर चिंताजनक स्थिति में पहुंच रहा है। हवा में घुल रहे महीन कण वायु को घातक बना रहे हैं। इसके कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट आ रही है। इसी के साथ अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी हुए आंकड़े डराने वाले रहे, खासकर अपने प्रदेश के लिए। प्रदेश के आठ जिलों में हवा का गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंचकर डार्क रेड जोन में पहुंच गया। दूसरी ओर शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी प्रदूषित शहरों की सूची में मुरादाबाद का नाम नहीं था। जबकि मुरादाबाद गुरुवार को सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में 378 सूचकांक के साथ पांचवें स्थान पर था। गुरुवार को जो शहर टॉप में थे, उनका एक्यूआइ शुक्रवार को और भी ज्यादा खराब रहा। वहीं मुरादाबाद का नाम गायब होना कुछ और कहानी दर्शा रहा है। वहीं हवा में सस्पेंडेड पार्टीक्यूलर मैटर पीएम-10 और पीएम-2.5 की मात्रा लगातार बढ़ रही है। हवा में महीन कण घुलने के कारण धुंध का अहसास हो रहा है। हल्का कोहरा छाने के साथ अब धुंध होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।
देश के दस सर्वाधिक प्रदूषित शहर
कानपुर : 467
गाजियाबाद : 453
बुलंदशहर : 440
लखनऊ : 439
बागपत : 427
नोएडा : 422
ग्रेटर नोएडा : 419
पटना : 410
मेरठ : 407
दिल्ली : 395
फरीदाबाद : 390
मुरादाबाद के सर्वाधिक प्रदूषित रहने वाले दिन
दिन एक्यूआइ
तीन नवंबर 400
चार नवंबर 425
पांच नवंबर 469
छह नवंबर 457
सात नवंबर 405
एक दिसंबर 373
दो दिसंबर 365
तीन दिसंबर 378