मुरादाबाद में रिटायर पुलिस कर्मी के खिलाफ अनशन पर बैठे पीडि़त की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई ये बात
Moradabad Majhola Dhimri UP पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने की बीमारी से किसान की मौत होने की पुष्टि हुई। मझोला पुलिस के पहरे में स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं दूसरी ओर गंभीर आरोपों के मद्देनजर मझोला पुलिस ने पूर्व सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Majhola Dhimri UP। जमीन खरीद फरोख्त के मामले में एक रिटायर्ड सिपाही पर रुपये हड़पने का आरोप लगाने वाले शेरसिंह के मौत की वजह खराब फेफड़ा बना। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जरिए इसकी पुष्टि करते चिकित्सकों ने बताया कि शेरसिंह लंबे समय से क्षयरोग से पीड़ित थे। शेरसिंह का पूरा फेफड़ा खराब हो गया था।
मझोला पुलिस की निगरानी में शव का दाह संस्कार कराया गया। जमीन खरीद फरोख्त में क्रेता पर बकाए की रकम चुकता न करने का आरोप लगाते हुए 65 वर्षीय शेरसिंह निवासी ग्राम धीमरी मझोला ने 15 दिसंबर को अपने दरवाजे पर ही अनशन शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में पूर्व आरक्षी ने भूमि का बैनामा कराया था। आरोप है कि धोखाधड़ी कर तय रकम आरोपित ने नहीं दी। दोनों ही पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ। प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। लंबे इंतजार के बाद भी रकम न मिलने से आहत वृद्ध ने अंतत: अनशन शुरू कर दिया। शुक्रवार शेरसिंह की मौत हो गई। तब स्वजन शेरसिंह का शव लेकर सीधे पुलिस कार्यालय पहुंचे। आरोपित पूर्व सिपाही के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए एसएसपी कार्यालय पर हंगामा खड़ा कर दिया। मझोला थाना प्रभारी व सिविल लाइंस थाने के अपराध निरीक्षक पूरे दिन दलबल के साथ पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद रहे।
पूर्व सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज
एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मृतक के स्वजनों ने तहरीर देकर पूर्व सिपाही महेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित परिवार के मुताबिक महेंद्र सिंह ने शेरसिंह को खुदकुशी के लिए उकसाया। महेंद्र सिंह द्वारा रुपये की अदायगी न करने के कारण ही शेरसिंह को अनशन करना पड़ा। 19 दिन तक लंबा अनशन करने के कारण वृद्ध की तबीयत बिगड़ गई। जिससे कि शेरसिंह की मौत हो गई। गंभीर आरोपों के मद्देनजर मझोला पुलिस ने पूर्व सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।