CTET 2021 : सॉल्वर गैंग के सरगना को पकड़ने के लिए मुरादाबाद एसओजी ने बिजनौर में डाला डेरा
पुलिस अफसरों का कहना है कि कोई भी इतनी छोटी रकम लेकर बिहार से यहां पर परीक्षा देने नहीं आ सकता। दी गई जानकारी की जांच की जा रही है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि आरोपितों को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों में भी टीम रवाना की गई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में पकड़े गए दो साल्वरों के बाद पुलिस की अलग-अलग टीम इनके सरगनाओं को खोजने का काम कर रही है। पुलिस की एक टीम आरोपितों से मिली जानकारी की पुष्टि करने में जुट गई है, वहीं दूसरी टीम बिजनौर के साथ ही आसपास के जनपदों में साल्वर गैंग को बुलाने वाले युवक की तलाश में जुट गई है। हालांकि जिन युवकों के स्थान पर साल्वर ने बैठकर परीक्षा दी थी, उनकी तलाश में भी पुलिस छापेमारी कर रही है।
रविवार को जिले के 66 परीक्षा केंद्रों पर केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का आयोजन किया गया था। परीक्षा के दौरान मझोला थाना क्षेत्र के आर्यंस इंटरनेशनल स्कूल में साल्वर राकेश कुमार यादव निवासी गांव सिघराही लधनिया जिला मधुबनी बिहार को गिरफ्तार किया गया था। वह अमरोहा के मोहनपुर सुमराली निवासी इरशाद अली की जगह परीक्षा दे रहा था। वहीं सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार में स्थित सीएल गुप्ता वर्ल्ड स्कूल से सॉल्वर पंकज कुमार निवासी गांव हमीरपुर फरमोर जिला पटना बिहार को पकड़ा गया था। पंकज कुमार बिजनौर के नजरपुर बैकना निवासी खिलेंद्र सिंह की जगह परीक्षा दे रहा था। मामले में मझोला और सिविल लाइंस थाने में अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया गया है। एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि पकड़े गए साल्वरों से अभी तक पूछताछ में पता चला है कि बिजनौर के विशाल नाम के युवक ने 20 हजार रुपये में परीक्षा देने के लिए बुलाया था। यही आरोपित युवक अभ्यर्थियों से सौदा करने के साथ ही साल्वरों को बुलाने का ठेका लेता था। आरोपित साल्वर राकेश कुमार यादव के परिवार में तीन भाई हैं। उससे दोनों बड़े भाई गुरुग्राम में नौकरी करते हैं। घर में माता-पिता के साथ राकेश रहता है। पुलिस को उसने बताया कि बीएससी ऑनर्स की पढ़ाई करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। कोचिंग के दौरान ही वह विशाल के संपर्क में आया था। इस दौरान उसने कहा था कि अगर किसी अभ्यर्थी को अच्छी रैंक दिलवाओगे तो 80 हजार रुपये मिल जाएंगे। आरोपित ने कहा कि पैसों की लालच में आकर वह परीक्षा में बैठने को तैयार हो गया था। वहीं सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पकड़े गए साल्वर पंकज कुमार ने पुलिस को जानकारी दी कि वह पांच बहनों में इकलौता भाई है। बीएससी ऑनर्स करने के बाद वह पटना में कोचिंग कर रहा है। तभी बिजनौर निवासी हरेंद्र सिंह ने दस हजार रुपये में उससे साल्वर बनने के लिए सौदा किया था, जिसमें एडवांस के रूप में तीन हजार रुपये मिले थे। शेष रकम परीक्षा के बाद देने का वादा किया गया था। हालांकि पुलिस अभी आरोपितों की ओर से दी गई जानकारी पर ज्यादा यकीन नहीं कर रही है।