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Coronavirus:गैर प्रांतों से आए हजारों, जांच के नाम पर काट रहे कन्नी Sambhal News

पड़ोसियों का फर्ज वह स्वास्थ्य विभाग के नंबरों पर फोन कर दे सूचना। लापरवाही की कीमत लोगों को पड़ेगी चुकानी। प्रशासन का रवैया सख्त।

By Ravi SinghEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 06:59 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 06:59 PM (IST)
Coronavirus:गैर प्रांतों से आए हजारों, जांच के नाम पर काट रहे कन्नी Sambhal News
Coronavirus:गैर प्रांतों से आए हजारों, जांच के नाम पर काट रहे कन्नी Sambhal News

सम्भल,जेएनएन। जागरूकता का अभाव कहिए या लापरवाही। गैर प्रांत से सम्भल जिले में हजारों लोग आ चुके हैं। सबसे ज्यादा संख्या दिल्ली से आने वालों की है। इसके अलावा केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र तक के लोग अपने घरों की ओर लौट आए हैं। आने वाले लोग जरूर इस समय स्वस्थ दिख रहे हैं लेकिन वह स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिक जांच से खुद को बचा रहे हैं। कई तो घर में कैद हैं और इसे इग्नोर कर रहे हैं।

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ऐसे लोगों को खुद ही पहल कर अपनी जांच करानी चाहिए। अब तो सीएचसी पर भी प्राथमिक जांच की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा यदि वह सतर्क नहीं है तो पड़ोसी का भी फर्ज भी है कि वह खुद विभाग को सूचना दे और ऐसे लोगों की जांच हो। इसके अलावा यदि किसी में लक्षण दिखता है तो वह जांच कराने के बाद खुद को क्वारंटाइन करें ताकि इसका प्रसार रूक सके। हालांकि इन सबके बीच तमाम गांव ऐसे हैं जहां के सचिव या प्रधान ने सूचना तो जिम्मेदारों को दी लेकिन कहीं एक तो कहीं दो दिन तक अगली कार्रवाई नहीं हो सकी। इन सबके बीच सम्भल, असमोली, पवांसा सीएचसी से जुड़ी टीमें हर दिन डेढ़ से ढाई दर्जन गांवों को कवर कर जांच कर रही हैं।

चार दिन से शहर में छुपे थे केरल के लोग

सम्भल, जासं : शहर के मोहल्ला कोट स्थित सर्राफ बाजार के सामने स्थित गली में एक मकान में केरल से दो लोग आए और घर में ही बंद होकर रह गए। पड़ोसी भी परेशान हो गए। इन्होंने न जांच कराई और न ही इसके लिए आगे आए। इसी बीच यह जानकारी डॉ. नीरज शर्मा के टीम को लगी तो उन्होंने शनिवार की सुबह सबसे पहले वहां जाकर जांच की। दोनों नार्मल पाए गए। उन्हें सचेत करते हुए जानकारी सांझा करने को कहा गया है।

असमोली के शाहपुर सोत में ठहरे हैं केरल व तमिलनाडु से आए लोग

सम्भल, जासं : असमोली के शाहपुर सोत में बाहर से दो दर्जन लोग आए हैं। इसमें 12 ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से बेहाल राज्यों से आए हैं। गांव में आठ दिन पहले कोलकाता से तीन लोग, एक दिन पहले केरल से दो लोग, दो दिन पहले आगरा से एक, दो दस दिन के अंदर तमिलनाडु से छह लोग आए हैं। गांव के प्रधान व अन्य का कहना है कि उन्होंने सूचना दे दी है लेकिन अभी तक इनकी जांच नहीं हुई है।

इन गांवों में भरमार

 असमोली के ऐचोड़ा कम्बोह तथा आसपास के गांवों में एक दर्जन से ज्यादा लोग

गुन्नौर के धनारी लाल ङ्क्षसह पटटी सहित आसपास के कई गांव में पांच दर्जन से ज्यादा लोग

दफ्तरा, भिरावटी, झुकैरा, नंदरौली, गढ़ा गांवों में चार सौ से ज्यादा विभिन्न प्रदेशों से लौटे

अन्य राज्यों से वापस लौटे हजारों लोग

गुन्नौर, जासं : तहसील गुन्नौर क्षेत्र के दर्जनों गांव में ग्रामीण अन्य राज्यों से वापस अपने घरों के लिए लौट रहे हैं। इन वापस लौटने वालों की संख्या हजारों में है। चोरी छुपे बिना थर्मल स्क्रीङ्क्षनग के यह लौट रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि तीन हजार की स्क्रीङ्क्षनग की जा चुकी है। जुनावई सीएचसी में 400 जबकि गुन्नौर में 2000 के स्क्रीङ्क्षनग की बात सामने आई है। रजपुरा में 500 की जांच हुई है। गवां में 200 थर्मल स्क्रीङ्क्षनग हुई है।  


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