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खेल पर काेराेना ने लगाया ब्रेक, जानिए मुरादाबाद के कितने खिलाड़ी कर रहे स्पाेर्टस कैंप का इंतजार

एक साल से कोरोना ने खेलों का भी बेड़ा कर गर्क कर दिया। सोनकपुर स्टेडियम में पिछले साल भी कोई खेल कैंप नहीं मिला और इस साल भी मिलने की उम्मीद नहीं है। एक तरह से खेल कैंप का शून्य सत्र चला गया।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 05:10 PM (IST)
खेल पर काेराेना ने लगाया ब्रेक, जानिए मुरादाबाद के कितने खिलाड़ी कर रहे स्पाेर्टस कैंप का इंतजार
खेल पर काेराेना ने लगाया ब्रेक, जानिए मुरादाबाद के कितने खिलाड़ी कर रहे स्पाेर्टस कैंप का इंतजार

मुरादाबाद, जेएनएन। एक साल से कोरोना ने खेलों का भी बेड़ा कर गर्क कर दिया। सोनकपुर स्टेडियम में पिछले साल भी कोई खेल कैंप नहीं मिला और इस साल भी मिलने की उम्मीद नहीं है। एक तरह से खेल कैंप का शून्य सत्र चला गया। खेलों से इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर शासन का भी जोर है लेकिन, कोरोना ने खिलाड़ियों की इम्युनिटी को भी जकड़ लिया है। पिछले साल लाकडाउन लगा था तब चार महीने सोनकपुर स्टेडियम बंद रहा था।

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खुलने के बाद उम्मीद थी कि स्टेडियम को कोच मिलेगे लेकिन, कोई खेल कैंप नहीं मिलने से खिलाड़ियों की प्रतिभा प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर चौपट हो गई। बाक्सिंग, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटवाल, वालीबाल, जूडो, क्रिकेट के खेल कैंप हर साल मिलते थे लेकिन, दो सत्रों से कोई कैंप खेल निदेशालय से जारी नहीं हुआ हैं।

बीते सप्ताह मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से बात की थी तब उम्मीद थी कि कैंप मिलेंगे लेकिन, जिस तरह के हालात कोरोना ने पैदा कर दिए हैं, उससे शासन भी मजबूर है। सोनकपुर स्टेडियम में करीब 500 खिलाड़ियों की प्रतिभा काेरोना के कारण घर में ही कैद होकर रह गई है। अब तो स्टेडियम में खेल गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं, जिससे अभ्यास भी खिलाड़ी नहीं कर सकते। खेलों के भरोसे करियर को आगे बढ़ाने के सपने पर कोरोना की मार ने मानसिक तनाव बढ़ा दिया है।

इस साल भी कोई खेल कैंप मिलना मुश्किल ही लग रहा है। खेल निदेशालय ने मार्च में स्टेडियम में खेल सुविधाओं के बारे में जारी मांगी थी, वह भेज दी गई थी। उम्मीद थी खेल कैंप मिलेंगे लेकिन, नहीं मिले। अनिमेष सक्सेना, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी

खिलाड़ियों की प्रतिभा तो कोरोना के कारण खराब हो गई। न पिछले साल कोई रास्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हो पाई और न अबकी बार होने की उम्मीद लग रही है। हालातों ने खेलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। संतोष क्षेत्री, बाक्सिंग कोच 


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