सीएमओ कार्यालय में फूटा कोरोना बम
सीएमओ कार्यालय में ही कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में है।
मुरादाबाद,जेएनएन : सीएमओ कार्यालय में ही कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में है। प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों के नमूने लेकर सीएमओ कार्यालय के कक्ष में ही सील पैक किए जा रहे हैं। अरबन हेल्थ कोआर्डिनेटर के बाद दो अन्य कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सीएमओ कार्यालय में बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा।
एसीएमओ के अलावा अन्य कक्ष में भी कोई कर्मचारी नहीं दिखाई दिया। हालात ये हैं कि अब नमूना सील पैक करने वाले कक्ष के सामने से गुजरने में भी कर्मचारियों को डर लग रहा है। कुछ कर्मचारी तो सफाई कर्मचारी के पॉजिटिव आने की जानकारी के बाद अपने कक्ष में घुसे तक नहीं। हालांकि सुबह से दोपहर तक सभी कक्षों को सैनिटाइज किया गया। उस कक्ष में अब तक सात हजार 58 नमूने सील किए जा चुके हैं। प्रतिदिन डेढ़ से दो सौ लोगों की आवाजाही हो रही थी। जब से ये खबर फैली कि सफाई कर्मचारी भी पॉजिटिव है तो काफी लोग सीएमओ कार्यालय के गेट से ही वापस लौट गए। सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने बताया कि आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। बाहरी लोगों को नहीं आने दिया जाएगा। नमूने सील करने वाले कक्ष को भी शिफ्ट कराने के बारे में विचार किया जा रहा है। सीएमओ कार्यालय के बाबुओं ने एसीएमओ के खिलाफ खोला मोर्चा
सीएमओ कार्यालय में तीन कोरोना पॉजिटिव केस की पुष्टि होने के बाद यूपी मेडिकल एंड पब्लिक मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सीएमओ को कोरोना संक्रमित लोगों के नमूने सील लगाने के लिए पैथलैब में शिफ्ट करने की मांग की गई। एसीएमओ पर आरोप लगाया गया कि जानबूझकर नियमों को ताक पर रखकर कार्यालय में कोरोना संक्रमित के नमूने सील करने के लिए इजाजत दी गई है। इस तरह काम कर पाना मुश्किल हो जाएगा। संगठन अध्यक्ष नत्थू सिंह और जिला मंत्री विजय बहादुर ने बताया कि कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स भी नहीं दिए जा रहे हैं। पीपीई किट के बिना ही काम कराया जा रहा है। अब हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। कर्मचारियों की जान से बढ़कर कुछ नहीं है।