कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बोले, अखिलेश यादव को इतिहास की जानकारी नहीं, जिन्ना सेक्यूलर नहीं कम्यूनल नेता
Congress leader Digvijay Singh मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिन्ना और पटेल की तुलना करके यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जता दिया है कि उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Congress leader Digvijay Singh : मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मंगलवार की देर शाम उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल के ऐचोड़ा कम्बोह के कल्कि महोत्सव पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिन्ना और पटेल की तुलना करके यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जता दिया है कि उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है।यदि वह इतिहास पढते तो यह तुलना नहीं करते। जिन्ना 1947 के पहले के भारत के सेक्यूलर नहीं कम्यूनल नेता था। भारत बंटा तो उसके जिम्मेदार जिन्ना हैं। भाजपा इस बयान को खूब तूल दे रही है। क्योंकि उसके पास एक ही कार्ड है और वह हिंदुत्व है। इसके जरिए वह चुनाव की नैया पार करने की जुगत में रहती है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में देश के गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने तो पाकिस्तान में जिन्ना की मजार पर फूल तक चढ़ा दिए थे। कांग्रेस के अंदर यह सब चीजें नहीं है। वह अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करती है। आज यदि देश व प्रदेश में दलितों की सबसे बड़ी हिमायती वाली पार्टी कोई है तो वह कांग्रेस ही है। बसपा मुखिया मायावती के लखनऊ में दिए गए बयान कांग्रेस को चुनाव में आती है दलितों की याद पर दिग्विजय सिंह बोले कि यूपी में बड़ी बड़ी घटना हुई लेकिन बसपा मुखिया अपने घर से नहीं निकलीं। वहां कोई पहुंचा तो वह राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा थीं। बसपा सुप्रीमो को मालूम होना चाहिए कि महात्मा गांधी ने छुआछूत आंदोलन के जरिए ही दलितों की आवाज उठाई थी। कांग्रेस आज भी उसी तरह से काम कर रही है।
विदेश नीति को लेकर दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि जब देश के रक्षा मंत्री व सेना प्रमुख चीन की गतिविधि को लेकर सशंकित हैं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी क्यों है। खबरें आ रही हैं कि अरुणाचल प्रदेश में मैकमोहन रेखा के अंदर चीन ने मल्टी स्टोरी बिल्डिंग तैयार कर ली है। जबकि प्रधानमंत्री बोल रहे हैं कि सब सही है। जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो उनसे आंखें लाल कर चीन से बात करने की नसीहत दी जाती थी जबकि आज देश की सीमा में कब्जे चीन कर रहा है।
हिंदू राजा धोखा नहीं देते तो 1857 में आजाद होता देश : दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1857 में ही देश आजाद हो गया होता, यदि कुछ हिंदू राजा ने गददारी नहीं की होती। झांसी की रानी के साथ गददारी की गई। फूट डालो राज करो के जरिए अंग्रेजों ने 1857 से 1947 तक राज कर लिया।