चीन अब दो रुपये में मास्क बेचने का दे रहा लालच, भारतीय बाजार पर नजरें गड़ाए है ड्रैगन Amroha News
कोरोना टेङ्क्षस्टग किट 216 से लेकर 310 रुपये में बेचने का ऑफर। भारतीय बाजार पर गड़ाई नजर जैकेट कारोबारियों से साधा संपर्क।
अमरोहा (अनिल अवस्थी)। चीन से निकले कोरोना वायरस ने दुनिया में तबाही मचा रखी है। अपने देश में भी इसकी चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इन हालात में चीन भारतीय बाजार पर नजरें गड़ाए है। वह दो रुपये में मास्क व 216 रुपये में कोरोना वायरस टेङ्क्षस्टग किट बेचने का ऑफर दे रहा है। व्यापारियों को इन किटों की हजारों की संख्या में उपलब्धता का दावा हैरान कर रहा है।
लॉकडाउन के चलते भले ही सभी कारोबार ठप हैं मगर मॉस्क व सेनेटाइजर की मांग बढ़ती जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए चीन भारतीय कारोबारियों को लुभा रहा है। चूंकि अमरोहा व नौगावां सादात क्षेत्र जैकेट कारोबार का बड़ा हब है। इसके चलते यहां के कारोबारी चीन से बड़ी तादात में जैकेट की चेन व उसके ऊपर लगने वाला कपड़ा मंगाते रहते हैं। इस तरह वह चीन के व्यापारियों के संपर्क में हैं। जैकेट कारोबारी ङ्क्षरकल छाबड़ा ने बताया कि वह चीन के कारोबारियों के साथ वीचैट एप के जरिये जुड़े हैं। इसी पर माल का आर्डर करते हैं। कोरोना संकट आने के बाद चीन के व्यापारी इस एप पर महज दो रुपये में मास्क उपलब्ध कराने का आकर्षक ऑफर दे रहे हैं। कहा कि हैरत इस बात की है कि चीन बड़ी संख्या में कोरोना टेङ्क्षस्टग किट भी उपलब्ध होने का दावा कर रहा है। इसकी कीमत भी महज 216 से 310 रुपये तक रखी गई है। इस किट के जरिये सिर्फ 30 मिनट में कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने का दावा किया जा रहा है। जबकि कोरोना टेङ्क्षस्टग को लेकर जब अभी अपने यहां किटों का खास इंतजाम नहीं है। इन हालात में चीन के पास इतनी बड़ी संख्या में किटें उपलब्ध होने से उसकी नीयत पर शक भी किया जा रहा है।
पूरी किट 17 सौ में
कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों के बीच काम करने वालों के लिए भी एक किट तैयार की है। इसमें जैकेट, ग्लव्स, जूते, चश्मा, मास्क आदि शामिल हैं। इस किट की कीमत 1700 रुपये दर्शाई जा रही है। ङ्क्षरकल ने बताया कि माल मंगाने की दशा में मोलभाव की गुंजाइश भी रहती है। हालात को देखते हुए फिलहाल यहां के किसी कारोबारी ने चीन को कोई आर्डर नहीं दिया है।
नहीं दे पाये आर्डर
प्रतिवर्ष नौगावां के जैकेट कारोबार के लिए चीन से 20 से 25 करोड़ रुपये की चेन व कपड़ा आयात किया जाता है। मुख्यत: ये आर्डर फरवरी व मार्च में दिए जाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस के चलते अभी तक आर्डर नहीं दिए गए हैं। हालांकि अगर कोरोना किट या उससे संबंधित उत्पाद मंगाया जाता है तो ये क्लिनिकल होने के कारण बुक कराए जा सकते हैं।