25 करोड़ की स्टांप चोरी के मामले में टोल प्लाजा पर दर्ज होगा मुकदमा, पूरी हुई जांच Moradabad news
जब से दैनिक जागरण ने टोल प्लाजा पर स्टांप चोरी का खुलासा किया है तब से टोल प्लाजा व एनएचएआइ के कार्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। एनएचएआइ अफसर बचाव में तरह-तरह के तर्क दे रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। लंबे समय सरकार को राजस्व का चूना लगाने वाले बरेली-मुरादाबाद एक्सप्रेस-वे पर बने दो टोल प्लाजा पर अब शिकंजा कसता जा रहा है। स्टांप एवं राजस्व विभाग ने टोल प्लाजा पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। स्टांप राजस्व न देने के लिए बीते कई साल से टोल प्लाजा व एनएचएआइ के अफसर प्रशासनिक अधिकारियों को नियमों का पाठ पढ़ाने में लगे थे लेकिन, इस बार प्रबंधन के अधिकारियों की एक नहीं चली। स्टांप एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि टोल प्लाजा में स्टांप ड्यूटी की अदायगी करनी ही होगी। एआइजी स्टांप की जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि कर दी गई है कि टोल प्रबंधन ने स्टांप चोरी की है, जल्द ही इस मामले में वाद दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साल 2016 में स्टांप चोरी का विवाद ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। पूर्व की सरकार में शासन के अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साधकर बैठे हुए थे। वहीं टोल प्लाजा के अफसर यह कहते थे कि उन पर स्टांप ड्यूटी बनती ही नहीं है। ऐसे में जनता से प्रतिमाह करोड़ों रुपये का टोल वसूलने वाला टोल प्रबंधन सरकार के राजस्व को भी चूना लगाने का काम रहा था। दैनिक जागरण ने टोल प्रबंधन की कारगुजारियों को उजागर किया था। जिसके बाद एआइजी स्टांप ने इस मामले की जांच शुरू की थी। अब जांच पूरी हो चुकी है और रिपोर्ट जल्द ही शासन को भेजी जाएगी। नियमानुसार टोल प्रबंधन पर स्टांप चोरी का वाद भी दर्ज किया जाएगा। गौरतलब है कि इस मामले में अब टोल प्रबंधन से स्टांप ड्यूटी चोरी के आरोप साबित होने के बाद जुर्माने के साथ वसूल की जाएगी।
जांच को लेकर एनएचएआइ के अफसरों ने जताई आपत्ति
स्टांप एवं निबंधन विभाग की जांच को लेकर एनएचएआइ के अफसरों ने जिलाधिकारी और एडीएम वित्त एवं राजस्व के कार्यालय में लिखित आपत्ति दर्ज कराई है। एनएचएआइ के अफसरों ने अपनी आपत्ति में जांच को निराधार बताते हुए खुद को स्टांप ड्यूटी से छूट होने की बात कही है, लेकिन प्रशासनिक अफसरों ने एनएचएआइ की सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है। अफसरों ने कहा कि जो आपत्तियां एनएचएआइ की ओर से दाखिल की गई हैं, उनका नियमानुसार जवाब भी दिया जाएगा। गौरतलब है कि जांच शुरू होने के बाद से टोल प्लाजा और एनएचएआइ के दफ्तर में खलबली मची हुई है।
क्या कहते हैं एआइजी स्टांप एवं निबंधन
एआइजी स्टांप एवं निबंधन मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार बरेली-मुरादाबाद एक्सप्रेस-वे पर संचालित हो रहे टोल प्लाजा में स्टांप चोरी से संबंधित जांच को पूरा कर लिया गया है। जो दस्तावेज हमें एनएचएआइ से दिए गए हैं, उनमें कई खामियां हैं। स्टांप ड्यूटी को लेकर सभी के लिए नियम एक समान हैं। ऐसे में जांच रिपोर्ट शासन को भेजकर उचित कार्रवाई की जाएगी।