Move to Jagran APP

रास्तों पर पशुओं का कब्जा राहगीरों का गुजरना मुश्किल Moradabad News

पुलिस की कमजोर इच्छा शक्ति से नगर निगम इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 07:45 AM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 07:45 AM (IST)
रास्तों पर पशुओं का कब्जा राहगीरों का गुजरना मुश्किल Moradabad News
रास्तों पर पशुओं का कब्जा राहगीरों का गुजरना मुश्किल Moradabad News

मुरादाबाद। महानगर की घनी आबादी में चल रही अवैध डेयरियों से सड़कों का हाल खराब है। डामर, टाइल्स की सड़क पर गोबर ही गोबर मिलेगा। अगर नगर निगम के सफाई कर्मचारी सड़कों की नियमित सफाई न करें तो हालात और भी बदतर हो जाएंगे। इनमें लालबाग स्थित प्राचीन काली मंदिर की सड़क अवैध डेयरियों की वजह से हमेशा गोबर से गंदी रहती है। अब नगर निगम ने अवैध रूप से 219 डेयरियों को चिह्नित किया है।

loksabha election banner

लालबाग में सड़कें व नाले-नालियां ही नहीं पवित्र रामगंगा नदी को गोबर से दूषित कर दिया है। लालबाग के प्राचीन मंदिर पर चैत्र व शारदीय नवरात्र में ऐतिहासिक मेला लगता है। इस मेले के बीच से भी जानवर गुजरते हैं तो श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचना मुश्किल होता है। क्षेत्र के लोग जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम से नवरात्र के दिनों में इन पर रोक लगाने की गुहार लगाते हैं लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होती। अब नगर निगम ने डेयरी संचालकों को शहर से हटाने के लिए रणनीति बना ली है। रामगंगा से सटे मुहल्लों में सबसे ज्यादा पशु पालन हो रहा है, इनके घरों में गोबर निस्तारण का प्लांट तक नहीं है। सबमर्सिबल से गोबर नाले-नालियों में बहाते हैं। यही नहीं रामगंगा नदी में भी बैलगाड़ी में गोबर भरकर बहाते आ रहे हैं। 

इन मुहल्लों में सर्वाधिक डेयरियां

नवाबपुरा, लालबाग, कानून गोयान, फैजगंज, कटघर, गोविंद नगर, चक्कर की मिलक, खालसा, अशोक नगर, असालतपुरा, पीतल बस्ती, करुला समेत अन्य मुहल्लों भी शामिल। 

इकरार हुसैन ने कहा कि नाले गोबर से भरे होने से घरों के पानी की निकासी भी चौपट है। यही नहीं गोबर की चट्टाने लगी देख सकते हैं। राजीव का कहना है कि जब डेयरियों को शहर से बाहर भेजने की योजना है तो इस पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। डेयरियों की वजह से क्षेत्र के लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.