Online fraud:बीटेक का छात्र निकला ऑनलाइन ठगी का मास्टरमाइंड,पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश Rampur News
पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन ठगी करने वाले खाते से रकम निकालकर शापिंग करते थे। पुलिस ने इलेक्ट्रानिक गैजेट के साथ ही नकदी भी बरामद की है।
रामपुर,जेएनएन। जिले की पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। चार युवकों को गिरफ्तार कर उनसे करीब साढ़े आठ लाख रुपये की कीमत का सामान बरामद किया है। इनमें तीन युवक बरेली के हैं, जबकि एक बदायूं जिले का है। ऑनलाइन ठगी करने वाले इस गिरोह का मास्टरमाइंड बीटेक का छात्र है। मिलक कोतवाली क्षेत्र के नया गांव निवासी देवीदास सहित पांच लोगों ने शुक्रवार को पुलिस को तहरीर दी थी। आरोप लगाया था कि उनके खाते से ऑनलाइन 236159 रुपयों की खरीदारी की गई है। पुलिस ने इस संंबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। इसके लिए साइबर सेल की मदद ली गई और ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ लिया। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बताया कि सोमवार को मिलक पुलिस ने हाईवे पर क्योरार गांव के मोड़ से चार युवकों को गिरफ्तार किया। उनके पास से आई फोन, रेडमी, वन प्लस, सैमसंग आदि कंपनियों के नौ मोबाइल मिले, जिनकी कीमत लाखों में है। इसके अलावा दो लैपटॉप, एक एलइडी, टीएफटी, सैमसंग कंपनी के दो म्यूजिक बूफर, एयर कंडीशनर, स्टेबलाइजर, वॉशिंग मशीन, दो टाइटन की घडिय़ां, तीन जोड़ी जूते, कार, दो जोड़ी कपड़े, एक प्रेस और 3770 रुपए भी बरामद हुए।
खातों से रकम निकालकर करते थे ऑनलाइन शॉपिंग
पकड़े गए युवकों में बदायूं जिले के थाना सिविल लाइंस के नगला शर्की गांव का विजयंत पटेल, बरेली के थाना इज्जतनगर के मुहल्ला नगरिया परीक्षित हिमालय स्वीट वाली गली का प्रज्जवल पाठक, बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में आलोकनगर एयर फोर्स गेट राजा कोठी के पास रहने वाला आदित्य गंगवार और आलोकनगर में ही कंजादासपुर एयरपोर्ट के पास रहने वाला अमित कुमार शामिल हैं। विजयंत पटेल इनका लीटर है। चारों ऑनलाइन ठगी करते थे। लोगों के बैंक खातों से रुपये निकालकर उससे ऑनलाइन शॉपिंग करते थे।
इस तरह करते थे ऑनलाइन ठगी
एसपी ने बताया कि विजयंत पटेल बीटेक कंप्यूटर साइंस का छात्र है और वह वेबसाइट डिजाइनिंग का काम करता है। उसने वेबसाइट हैकिंग करना सीखा और अपने साथियों के साथ मिलकर एसबीआइ ऑनलाइन नेट बैंकिंग के खातों को हैक करने का तरीका निकाला। यह लोग उन खातों को ही टारगेट करते थे, जिनमें यूजर नेम और पासवर्ड लोग अक्सर चेंज नहीं करते हैं। उन खातों से उतना ही पैसा उड़ाते थे, जिसका कोई ओटीपी जनरेट नहीं होता है। इन पैसों से तरह-तरह की मर्चेंट साइट पर जाकर ई वॉलेट में डालकर या ऑनलाइन शॉपिंग में खर्च करते और अपने भौतिक सुखों की चीजों को खरीदते। इन पैसों से तरह-तरह के बिलों का पेमेंट, ऑनलाइन रिचार्ज भी करते थे। इन लोगों ने इस तरह धोखाधड़ी करके 30 से 40 खाताधारकों को 18 से 20 लाख रुपए का चूना लगाया। आरोपितों के खातों में 16 से 17 लाख रुपए होना पता चला है, इन सभी खातों को होल्ड करा दिया गया है।
गांव वाले पते पर मांगता था शॉपिंग का सामान
ऑनलाइन ठगी का मास्टरमाइंड ऑनलाइन ठगी करके लोगों के खाते से खरीदे गए सामान की डिलीवरी बदायूं स्थित गांव के एक पते पर मंगाता था। मास्टरमाइंड मंगाए गए सामान की डिलीवरी एक ऐसे एड्रेस पर लेता था जो व्यक्ति कई वर्ष पूर्व मर चुका है। उसके नाम का प्रयोग कर सामान मंगाता था। उसने पुलिस के सामने दावा किया एसबीआइ का सिक्योरिटी सिस्टम कमजोर है और उसमें आसानी से सेंध लगाई जा सकती है।