मुरादाबाद के डिलारी में बड़ी लापरवाही, झोलाछाप के इलाज से जच्चा-बच्चा की मौत
जिले के डिलारी में कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से भी झोलाछाप की दुकानें बंद नहीं हुईं। बुधवार को झोलाछाप के इलाज की वजह से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। मामले में दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिले के डिलारी में कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से भी झोलाछाप की दुकानें बंद नहीं हुईं। बुधवार को झोलाछाप के इलाज की वजह से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। हालांकि, झोलाछाप ने ले-देकर समझौता करके पुलिस कार्रवाई से खुद को बचा तो लिया है लेकिन, स्वास्थ्य विभाग पर कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हो रहे हैं।
गांव चंदूपुरा निवासी महेंद्र की पत्नी सोनी को प्रसव पीड़ा हुई थी। इस पर स्वजन उसे लेेकर करणपुर चौराहा स्थित फारुख के क्लीनिक में ले गए। झोलाछाप ने प्रसूता का उपचार करना शुरू कर दिया। उपचार में लापरवाही होने से नवजात शिशु को जन्म देने के साथ ही जच्चा की मौत हो गई। इसके कुछ ही देर बाद नवजात ने भी दम तोड़ दिया। इससे परिवार में खलबली मच गई। करणपुर चौराहे पर अफरातफरी का माहौल बन गया। परिवार के लोगों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ करने का प्रयास किया तो पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने मामला शांत करा दिया। थाना अध्यक्ष डिलारी सतराज सिंह ने बताया कि संभ्रांत व्यक्तियों ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया। बिना कानूनी कार्रवाई के शव स्वजनों को सौंप दिया।
कुछ दिन पहले चार अस्पतालों को सील किया गया था। अब नए सिरे से चेकिंग कराई जाएगी। नियमों के खिलाफ चल रहे क्लीनिक पर कार्रवाई होगी।
डॉ विशाल दिवाकर, एमओआईसी डिलारी
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