Moradabad के 17 गांवों में कूड़ा निस्तारण केंद्र बनने में आ रही बड़ी अड़चन, ये वजह आई सामने
Garbage Disposal Center in Moradabad स्वच्छ भारत मिशन टू के तहत जिले के हर ग्राम पंचायत में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (कूड़ा निस्तारण केंद्र) की स्थापना होनी है। इसके लिए पहले चरण में 62 गांवों का चयन हुआ है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Garbage Disposal Center in Moradabad : स्वच्छ भारत मिशन टू के तहत जिले के हर ग्राम पंचायत में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (कूड़ा निस्तारण केंद्र) की स्थापना होनी है। इसके लिए पहले चरण में 62 गांवों का चयन हुआ है। इनमें से 45 ग्राम पंचायतों में काम शुरू हो चुका है।
केंद्र के लिए नहीं मिल पा रही जमीन
मुरादाबाद में 17 गांव ऐसे हैं, जहां अभी तक जमीन उपलब्ध नहीं हो सकी है। जिलाधिकारी ने संबंधित उप जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जमीन की व्यवस्था कराने के लिए कहा है। अब शहरों की तरह ग्राम पंचायतों में भी कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था की जानी है। चयनित 45 ग्राम पंचायतों में भूमि पूजन के साथ कूड़ा निस्तारण केंद्र की स्थापना का काम शुरू हो गया है।
इन ग्राम पंचायतों में जमीन उपलब्ध हो गयी थी। काम की देखरेख करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गयी है। कूड़ा एकत्र करने के लिए ई-रिक्शा खरीदने का काम चल रहा है।
इन गांवों में नहीं मिली जमीन
- बिलारी के बेहटा सरथल
- छजलैट के कूरी रवाना
- डिलारी विकास खंड के बहेड़ी ब्रहम्नान
- चांदखेड़ी
- काजीपुरा
- कुमरिया जिबला
- सिहाली खद्दर
- कुंदरकी के डींगरपुर
- मैनाठेर
- मुरादाबाद विकास खंड के भैंसिया
- शाहपुर मुस्तकम
- मूंढापांडे के वीरपुर बरियार उर्फ खरक
- दौलारी
- देवापुर मुस्तकम
- खैरखाता
- ठाकुरद्वारा के शरीफ नगर
- फरीदनगर
डीएम ने एसडीएम को दिए निर्देश
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने संबंधित उप जिलाधिकारियों को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पहले चरण के लिए शासन ने 26 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि हर गांव में तरल और ठोस अपशिष्ट के प्रबंधन को सामुदायिक खाद गड्ढे, नाडेप कम्पोस्टिंग आदि कार्य कराए जाने के लिए कृषि भूमि की आवश्यकता है।
45 ग्राम पंचायतों में काम शुरू करा दिया है। जिन ग्राम पंचायतों में जमीन नहीं मिली है, वहां भी जमीन की तलाश हो रही है। इस योजना के तहत घर-घर से कूड़े का कलेक्शन होना है।