दोस्ती में दगाबाजी, रूस में मेडिकल की छात्रा से ठग लिए ढाई लाख
सीओ ने बताया कि सीआरपीसी की धारा 188 के तहत इस तरह से मामले में भारत में कार्रवाई हो सकती है। मामले में छात्रा के खिलाफ मुकदमा लिखकर कार्रवाई होगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। रूस की साइबेरियन स्टेट मेडिकल यूनिवॢसटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा के साथ उसके करीब दोस्त ने धोखा कर दिया। उसने किसी तरह छात्रा के मोबाइल से उसकी पर्सनल वीडियो चुरा ली और फर्जी ई-मेल आइडी से उसके मेल पर भेजकर दस लाख रुपये की डिमांड करने लगा। बाद में मदद के बहाने छात्रा से ढाई लाख रुपये ठग लिए। पोल खुलने पर अब छात्रा और उसके परिवार वालों से माफी मांग रहा है। लेकिन, छात्रा ने ई-मेल के जरिए एसएसपी को अपना दर्द सुनाकर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। सीओ सिविल लाइंस आइपीएस दीपक भूकर इस मामले की जांच कर रहे हैं।
सीओ सिविल लाइंस दीपक भूकर ने बताया कि यह मामला वर्ष 2016 का है। छात्रा रामगंगा विहार की रहने वाली है। वह रूस में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। छात्रा ने कपड़े बदलते हुए अपनी वीडियो बना ली थी। वह उसके मोबाइल में थी। पढ़ाई के दौरान राजस्थान के नेहरू नगर, सुमेरपुर के रहने वाला युवक भी उसके साथ ही पढ़ाई कर रहा है। दोनों में यूनिवॢसटी में ही दोस्ती हो गई। विदेश में रहने के दौरान दोनों की दोस्ती इतनी पक्की थी कि एक-दूसरे से सुख-दुख शेयर करने शुरू कर दिए। मुलाकातों के दौरान सहपाठी ने छात्रा के मोबाइल से उसकी पर्सनल वीडियो चोरी कर ली। इसके बाद फर्जी ई-मेल आइडी बनाकर उसे छात्रा के पास भेजकर दस लाख रुपये की डिमांड करने लगा।
डिमांड से थी परेशान
छात्रा पर्सनल वीडियो और दस लाख की डिमांड को लेकर परेशान थी। छात्रा ने जैसे ही यह बात सहपाठी से शेयर की वह उसे समझाने का नाटक करने लगा। छात्रा से कहने लगा मैं दस लाख रुपये अपने पास से दे देता हूं। तुम थोड़े-थोड़े करके मुझे देती रहना। छात्रा ने इस पर सहमति जता दी और उसे हर महीने घर से खर्च के लिए आने वाली रकम में से रुपये देती रही। छात्रा ने आरोपित को ढाई लाख रुपये दे दिए। इसके बाद वह दे नहीं पाए। सहपाठी ने ही उसकी पुरानी ई-मेल आइडी डिलीट कराकर नई बनवाई थी। छात्रा ने जैसे ही रुपये देने बंद किए वही वीडियो नई ई-मेल आइडी पर आ गई। इस पर रुपये न देने पर फिर वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई थी। लेकिन, छात्रा इस बार समझ गई कि दाल में कुछ काला है। उसके दोस्त के अलावा कोई नई ई-मेल के बारे में नहीं जानता है। ऐसे में यह फिर से कैसे हो गया। छात्रा ने सहपाठी के नाराजगी जताते हुए पूछा और पुलिस के पास जाने की धमकी दी तो उसने सच्चाई बता दी। इस पर छात्रा ने रूस पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन वहां किसी ने नहीं सुनी। दोनों को घर भेजने की तैयारी हो गई। लेकिन, कोरोना की वजह से दोनों रूस में ही फंसे हैं।