कोच में खराबी के बाद भी चला दी थी बेगमपुरा एक्सप्रेस Moradabad News
दुर्घटनाग्रस्त हुई बेगमपुरा एक्सप्रेस की जांच में सामने आया है कि कोच की खराबी के बाद भी वाराणसी से बेगमपुरा एक्सप्रेस को चलाया गया था।
मुरादाबाद, जेएनएन। लखनऊ के पास दुर्घटनाग्रस्त हुई बेगमपुरा एक्सप्रेस की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात साने आई है। जांच में सामने आया कि कोच की खराबी के बाद भी वाराणसी से बेगमपुरा एक्सप्रेस को चलाया गया था। बीच रास्ते में खराबी आने के बाद भी कोच को काट कर अलग करने का प्रयास नहीं किया गया। डीआरएम ने जांच रिपोर्ट डीआरएम लखनऊ को भेज दी है। संबंधित अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति की गई है।
यह था मामला
30 अक्टूबर की रात को सात बजे वाराणसी से जम्मूतवी जा रही बेगमपुरा एक्सप्रेस की एक बोगी का स्प्रिंग टूट गया और दिलावर नगर स्टेशन के पास ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। पत्थर उछलने से बगल से गुजर रही गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन का शीशा टूटने से चालक घायल हो गया था। घटना स्थल पर पहुंची टीम ने बोगी की अस्थायी मरम्मत कर धीमी गति से ट्रेन को दिलावर नगर तक लाई, वहां क्षतिग्रस्त बोगी को अलग कर ट्रेन चलाई गई।
मंडल रेल प्रबंधक ने घटना की जांच के लिए प्रवर मंडल अधीक्षण अभियंता द्वितीय दीपक कुमार, प्रवर मंडल यांत्रिक अभियंता (सीएंडडब्ल्यू) आरसी भारती, प्रवर मंडल विद्युत अभियंता (टीआरडी) जितेंद्र कुमार को सौंपी थी। अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट डीआरएम को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा है कि वाराणसी से ट्रेन के चलने से पहले से कोच में खराबी थी। वहां कोच को ठीक नहीं किया गया और न ही कोच को अलग किया गया। बीच रास्ते में कोच में खराबी आयी थी, उसके बाद भी तकनीकी कर्मियों ने ट्रेन से कोच अलग नहीं किया। माना गया है कि लखनऊ रेल मंडल के अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही से दुर्घटना हुई।
कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति
मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिल गई है। बेगमपुरा एक्सप्रेस की दुर्घटना के लिए लखनऊ रेल मंडल के संबंधित विभाग के अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही मिली है। डीआरएम लखनऊ को जांच रिपोर्ट भेज संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति की गई है।