नकली नोटों के सौदागरों का विदेशी कनेक्शन तलाश रही एटीएस
Fake notes सीमा पार से कनेक्शन तलाशने के साथ ही पकड़े गए पश्चिमी बंगाल के युवक से दोनों की मुलाकात कैसे हुई और गिरोह कितने नकली नोट लाकर भारतीय बाजार में खपा चुका है।
मुरादाबाद। लखनऊ एसटीएफ ने चार दिन पहले नकली नोटों के साथ दबोचे असालतपुरा निवासी जफीर अहमद समेत तीन लोगों के सीमा पार से संबंधों की तलाश के लिए आतंकवादी निरोधक दस्ता ( एटीएस) को लगाया गया है। यह जानकारी की जा रही है कि विदेश से नकली नोटों की खेप भेजने वाला आखिर है कौन? इसका पता लगने पर उसे भी पकडऩे की कोशिश की जाएगी। 29 जून को लखनऊ एसटीएफ ने थाना गलशहीद के मुहल्ला असालतपुरा के रहने वाले जफीर अहमद को छजलैट के शाहपुर मुबारकपुर गांव के नसीर अली के साथ नकली नोटों के साथ पकड़ा था। उनके साथ पश्चिमी बंगाल के माल्दा जिले थाना कालिया चक के ग्राम दक्षिणी लक्ष्मीपुर के रहने वाले रजिकुल शेख को गिरफ्तार किया गया था। नकली नोटों की यह खेप सीमा पार से आ रही थी। इसकी जांच हो रही है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि पहले भी जो लोग नकली नोटों के साथ पकड़े गए हैं। उनसे भी इनके कनेक्शनों की पड़ताल की जा रही है। आरोपितों के बारे में और भी डिटेल जुटाई जा रही है।
खादर के गांव में खपाई जा रही थी नकली करेंसी
एसटीएफ के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जफीर अहमद डिलारी रोड स्थित इस्लामनगर गांव के अड्डे पर बिरयानी बेचता था। इसका लाभ उठाकर उसने खादर के गांवों में नेटवर्क बना लिया था। अब अपने साथी नसीर अली के साथ मिलकर बाहर से लाए गए सौ के नोटों को खादर के गांव में चला देते थे। ग्रामीण क्षेत्र में सप्लाई के लिए उन्होंने छोटे एजेंट बना रखे थे।