अशोक हत्याकांड का पर्दाफाश न होने पर ग्रामीणों ने घेरा थाना, हंगामा
Ashok assassination एक महीने बाद भी पुलिस वारदात का पर्दाफाश नहीं कर पाई। पुलिस के साथ ग्रामीणों की नोकझोंक। जल्द खुलासे का मिला आश्वासन।
मुरादाबाद, जेएनएन। पाकबड़ा में शिक्षक हत्याकांड का एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस पर्दाफाश नहीं कर पाई है। विरोध में स्वजनों के साथ आए ग्रामीणों ने दो घंटे तक थाने का घेराव करके हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। सीओ हाईवे रामसागर के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत होकर घर लौट गए।
थाना पाकबड़ा क्षेत्र के गुरेठा गांव निवासी अशोक चौधरी बिलारी में आइटीआइ में शिक्षक के पद पर तैनात थे। रक्षाबंधन की रात को अशोक चौधरी दिल्ली रोड स्थित शिवा ढाबे से अपने घर जा रहे थे। कैलसा रोड पर पहुंचते ही अशोक चौधरी के सिर पर पीछे से वार कर दिया था। हमलावर मरा हुआ समझकर अशोक कुमार को एक खाली कोठरी में डाल गए थे। सुबह जानकारी मिलने पर परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान 8 अगस्त को अशोक ने दम तोड़ दिया था। अशोक की पोस्टमार्टम में भी हत्या की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। लेकिन, घटना का पर्दाफाश अभी तक नहीं हो पाया है। गुरुवार की सुबह को 10 बजे स्वजनों के साथ सैकड़ो लोग थाने पहुंचकर घेराव किया। घटना को एक महीना हो गया है। अभी तक पुलिस के पास कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। इसी से गुस्साए परिजनों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। एक घंटे के बाद सीओ हाईवे रामसागर थाने पहुंचे। गुस्साए लोगों को शांत किया। सीओ हाईवे राम सागर ने लोगों से कहा कि सितंबर के आखिर तक हम घटना का पर्दाफाश कर देंगे। उसके बाद परिजन घर चले गए। इस दौरान तेजवीर अलुना, हरिओम सिंह, सुमित चौधरी, ग्राम प्रधान सुशील सिंह, सत्यवीर सिंह, किरनपाल सिंह, प्रहलाद सिंह, नजर अल्वी, अमरदीप सिंह, साहिल अंसारी आदि मौजूद रहे।