पश्चिमी यूपी में आतंकी संगठनों ने फैलाए स्लीपिंग मॉड्यूल, इनामुल की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे
Ansar gajwat ul hind वेस्ट यूपी में भी फैली अंसार गजवत-उल-हिंद की जड़ें लॉकडाउन में बेखौफ आवाजाही के चलते संदिग्धों ने ली पनाह। खुफिया एजेंसियों ने बढ़ाई सतर्कता।
अमरोहा (आसिफ अली)। कोरोना के भय के चलते न तो ज्यादा चेकिंग हुई तथा न ही भीड़ को लेकर पुलिस ने सख्ती दिखाई। ऐसे में आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों ने भी इसका फायदा उठाया। जम्मू कश्मीर से संचालित कई संगठनों ने इस दौरान वेस्ट यूपी में अपना नेटवर्क मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। जिनका पर्दाफाश धीरे-धीरे हो रहा है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने व सुरक्षा बलों द्वारा आतंकी संगठनों के सफाए के लिए चलाए गए अभियान से बौखलाए आतंकियों ने लॉकडाउन का पूरा फायदा उठाया है। लॉकडाउन के दौरान बेरोक-टोक आवाजाही से वेस्ट यूपी में वह स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार करने में कामयाब रहे। अब इनामुल व सलमान की गिरफ्तारी से इनका पर्दाफाश हो रहा है। खुफिया एजेंसी भी इनकी जड़ें खोदने में लगी हैं। बीती 19 जून को बरेली से संदिग्ध इनामुल के पकड़े जाने के बाद जो राजफाश हुए हैं वह चौंकाने वाले हैं। इनामुल की गिरफ्तारी से मिले इनपुट के बाद उसके साथी सलमान वानी को यूपी एटीएस सोमवार को जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार कर चुकी है।
खुफिया एजेंसियों की गतिविधियां बढ़ी
एटीएस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि देश के विभिन्न राज्यों से लोगों की आवाजाही प्रत्येक राज्य व जिले में बगैर चेकिंग के हुई है। ऐसे में जम्मू कश्मीर में रहने वाले इस विचारधारा के लोग वेस्ट यूपी व दिल्ली पहुंचे। यहां स्लीपिंग मॉड्यूल को फिर से जिंदा करने में सफलता भी हासिल की। सूत्र बताते हैं कि आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद इसमें सबसे आगे है। इनामुल व सलमान की गिरफ्तारी इसकी बानगी है। आतंकी संगठनों द्वारा तैयार किए गए स्लीपिंग मॉडयूलों पर खुफिया एजेंसियों की नजरें हैं। जल्दी ही इसको लेकर बड़ा मामला सामने आ सकता है। कुछ जिलों में खुफिया एजेंसियों की गतिविधियां बढ़ गईं हैं।