Move to Jagran APP

आरटीओ में तैनात एमटेक कंपनी का सुपरवाइजर चला रहा था फर्जी नंबर की कार

आरटीओ ऑफिस में तैनात एमटेक कंपनी के सुपरवाइजर अंकित चौधरी छह माह से फर्जी कागजात पर कार चला रहे थे। दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश करते हुए अंकित को हिरासत लेकर कार को कब्जे में ले लिया। बाद में अंकित को छोड़ दिया।

By RashidEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 12:50 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 02:30 PM (IST)
आरटीओ में तैनात एमटेक कंपनी का सुपरवाइजर चला रहा था फर्जी नंबर की कार
आरटीओ में तैनात एमटेक कंपनी का सुपरवाइजर चला रहा था फर्जी नंबर की कार

मुरादाबाद : आरटीओ ऑफिस में तैनात एमटेक कंपनी के सुपरवाइजर अंकित चौधरी छह माह से फर्जी कागजात पर कार चला रहे थे। दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश करते हुए अंकित को हिरासत लेकर कार को कब्जे में ले लिया। बाद में अंकित को छोड़ दिया। अंकित दावा कर रहे है कि उन्होंने कार को चार लाख दस हजार में खरीदा था।

loksabha election banner

छह माह से फर्जी नंबर पर कार चला रहा था अंकित 

दिल्ली की चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच के एएसआइ गुलाब सिंह शनिवार को सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी जय प्रकाश के पास पहुंचे। उन्होंने कार यूपी 21 बीसी 1407 का पंजीयन रिकार्ड मांगा। रिकार्ड में वर्ष 2015 में एम अहमद पुत्र अनिस अहमद निवासी चौधरियान कांठ मुरादाबाद के नाम कार का पहली बार पंजीकरण हुआ था। यह कार तीन साल में छह लोगों को बेची, जो आरटीओ के रिकार्ड में दर्ज है।

आरटीओ ऑफिस में कार के बारे में कोई नहीं जान पाया

जून माह में एमटेक कंपनी के सुपरवाइजर अंकित चौधरी ने 4.10 लाख में खरीदने की बात कही है। अंकित से मिली कार का चेसिस व इंजन नंबर बदला हुआ था। इसके अलावा यूपी 21 बीसी 1407 के नंबर चलते हुए कार दिल्ली व नोएडा में दिल्ली पुलिस ने बरामद की। क्राइम ब्रांच एएसआई ने यूपी 21 बीबी-4543 का रिकार्ड मांगा है, इस नंबर से चल कार भी चोरी की है। यह कार भी एम अहमद निवासी चौधरियान कांठ मुरादाबाद के नाम से पंजीकृत हुई थी, जो चार बार बिक चुकी है।

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कार कब्जे में ली, की थी पूछताछ

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने वाहन चोरों के गिरोह को पकड़कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया था। साथ ही अंकित के बयान दर्ज कर कार को अपने साथ ले गए।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.