Move to Jagran APP

पर्यावरण संरक्षण के साथ ही रोजगार की गारंटी Moradabad news

पौधरोपण हवा को शुद्ध रखने के लिए आवश्यक है। वैसे तो हर साल पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लाखों पौधे लगाए जाते हैं लेकिन इसके बाद इनकी ओर कोई भी ध्‍यान नहीं देता।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 18 Jun 2019 02:26 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 03:35 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण के साथ ही रोजगार की गारंटी Moradabad news
पर्यावरण संरक्षण के साथ ही रोजगार की गारंटी Moradabad news

योगेंद्र योगी, (अमरोहा) : पौधरोपण हवा को शुद्ध रखने के लिए आवश्यक है। वैसे तो हर साल पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लाखों पौधे लगाए जाते हैं लेकिन, इसके बाद इनकी ओर संबंधित विभाग के कर्मचारी और अधिकारी कोई भी ध्यान नहीं देता। सामाजिक संगठन भी सिर्फ पौधरोपण तक ही सीमित रहते हैं। वन विभाग के अफसर भी रोपे गए पौधों की ओर से आंखे फेर लेते हैं। नतीजतन पौधे जवान होने से पहले ही मर जाते हैं। यही वजह है कि हर साल लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाने के बाद अगले साल उनमें से 95 फीसद तक खत्म हो जाते हैं लेकिन, इस बार अमरोहा में ऐसा नहीं होगा। पौधे लगेंगे तो उनकी तीन साल तक देखभाल भी होगी। तीन साल तक पौधा बच गया तो फिर उसे किसी की देखभाल की जरूरत नहीं है। यह अनूठी पहल की है जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने। 

loksabha election banner

 मनरेगा कर्मी करेंगे पौधों की देखभाल 

उन्होंने जिले में लगने वाले 10 लाख पौधों की देखभाल मनरेगा कर्मचारियों से करने की योजना बनाई है। गांवों के मजदूरों को 200-200 पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी दी जाएगी। इन मजदूरों को सालभर में 100 दिन का रोजगार यानी 18,200 रुपये मजदूरी दी जाएगी। इससे जहां ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा वहीं पर्यावरण संरक्षण भी होगा। 

 दूसरे जिलों के अफसरों को दिखाया आईना

 दैनिक जागरण के सोत-बान संरक्षण अभियान से जुड़कर जहां जिलाधिकारी नदी-तालाबों के तारणहार बने हैं, वहीं अब उन्होंने अनूठी पहल करके दूसरे जनपदों के अधिकारियों को आईना दिखाया है। जिलाधिकारी उमेश मिश्र की पहल पर पांच हजार गरीब मजदूरों को 10 लाख पौधों की सुरक्षा जिम्मा दिया जाएगा। यानी की मनरेगा योजना से ही पौधों की रखवाली की कार्ययोजना बनाई गई है। 

 पौधरोपण के लिए गड्ढे की खोदाई शुरू

 उपायुक्त मनरेगा एके उपाध्याय का कहना है कि जिलाधिकारी की इस अनूठी पहल पर पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। मनरेगा से नदी एवं तालाब के किनारों के साथ ही खेत व खेतों की मेड़ तथा ग्राम पंचायतों की सार्वजनिक जमीनों पर विभिन्न प्रजातियों के 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे। नदी एवं तालाबों के किनारों के साथ ही चिह्नित स्थानों पर पौधरोपण के लिए फिलहाल गड्ढे खोदे जा रहे हैं। 

 पांच हजार मजदूरों को लगाए जाने की है तैयारी 

 जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कहा कि हर साल लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाते हैं, उचित देखभाल के अभाव में ज्यादातर पौधे खत्म हो जाते हैं। इस बार ऐसा नहीं होगा, पौधे लगेंगे तो उनकी देखभाल भी होगी। इसके लिए गांव-गांव जॉब कार्ड धारक मजदूरों को लगाया जाएगा। करीब पांच हजार मनरेगा मजदूरों को लगाए जाने की तैयारी है। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.