Akhilesh Press conference Ruckus case : बयान दर्ज कराने से बच रहे वादी और प्रतिवादी, काउंटर अटैक की तैयारी में मुरादाबाद पुलिस
मुरादाबाद के एक होटल में सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता में हंगामा हो गया था। इस मामले में कई लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन वादी और प्रतिवादी बयान दर्ज कराने से ही दूर भाग रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Akhilesh Press conference Ruckus case : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुरादाबाद में हंगामेदार प्रेसवार्ता को लेकर जो दो मुकदमे पाकबड़ा पुलिस ने दर्ज किया है, उसकी विवेचना की गति रफ्तार नहीं पकड़ पाई है। मुकदमे के पहले ही पायदान पर पुलिस की राह में रोड़े डाले जा रहे हैं। वे लोग ही थाने जाने से कतरा रहे हैं, जिन्होंने सपा मुखिया और मुरादाबाद के पत्रकारों पर गंभीर आरोप लगाते हुए ताबड़तोड़ दो मुकदमे दर्ज कराया। इस परिस्थिति में पुलिस अब दूसरे विकल्प पर विचार कर रही है। दो से तीन दिनों के भीतर वादी व प्रतिवादी के साथ ही आरोपितों ने थाने में जाकर अपने बयान यदि दर्ज नहीं कराया तो पुलिस उनके खिलाफ काउंटर अटैक करेगी।
महानगर में दिल्ली रोड स्थित पांच सितारा होटल में 11 मार्च को सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता में जो हंगामा हुआ, उसको लेकर पाकबड़ा पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किया है। पहला मुकदमा पत्रकार अवधेश पाराशर की तहरीर पर दर्ज हुआ है। जिसमें उन्होंने सपा मुखिया व उनके अंग रक्षकों पर दुर्व्यवहार, पत्रकारों से मारपीट का आरोप लगाया है। जबकि सपा जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने सुनियोजित साजिश के तहत सपा मुखिया से अभद्रता व उनके अंगरक्षकों से मारपीट करने का आरोप दो पत्रकारों पर मढ़ा है। घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज वह वायरल वीडियो पुलिस ने एकत्र कर लिया है। विवेचना की पहली कड़ी में करीब आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने नोटिस भेजा है। नोटिस के जरिए वादी वह आरोपितों से थाने आकर बयान दर्ज कराने की अपील की गई है। मंगलवार को नोटिस चस्पा होने के बाद भी कोई भी व्यक्ति गुरुवार देर शाम तक थाने नहीं पहुंचा था। घटना के 8 दिन बाद भी पुलिस किसी का बयान दर्ज नहीं कर पाई है।
जिन लोगों को नोटिस जारी किया गया है उन्हें हर हाल में अपना बयान दर्ज कराना होगा। बयान दर्ज कराने में आनाकानी करने वालों के खिलाफ पुलिस काउंटर अटैक करेगी। इसकी जिम्मेदारी उन लोगों की ही होगी, जो थाने आने से फिलहाल कतरा रहे हैं।
अमित कुमार आनंद, एसपी सिटी मुरादाबाद