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Lockdown in Rampur : रामपुर में निकाह के बाद बाइक से दुल्हन लेकर घर पहुंचे दूल्हे राजा Rampur News

लॉकडाउन में शादी समारोह की तस्वीर बदली मंडप सूने हैं। ज्यादातर शादियां टालीं जा चुकी हैं। सिर्फ निकाह की हो रही रस्म अदायगी।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 17 Apr 2020 09:08 AM (IST)Updated: Fri, 17 Apr 2020 09:09 AM (IST)
Lockdown in Rampur : रामपुर में निकाह के बाद बाइक से दुल्हन लेकर घर पहुंचे दूल्हे राजा Rampur News

रामपुर (मुस्लेमीन)। लॉकडाउन ने बहुत कुछ बदल दिया। शादी समारोहों की तो तस्वीर ही बदल गई है। अब न कहीं बैंड बाजा बज रहा है और न ही बरात चढ़ रही है। मंडप सूने हैं। ज्यादातर शादियां टल गई हैं लेकिन, मुस्लिम समाज में अब भी कुछ लोग निकाह कर रहे हैं। इसके लिए दूल्हे राजा भी कार के बजाय मोटरसाइकिल से पहुंच रहे हैं।

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की जा रही रस्म अदाएगी

लॉकडाउन में उन लोगों की दिक्कत ज्यादा ही बढ़ गई है, जिनकी शादियां पहले से तय हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों ने तो शादी आगे टाल दी हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो किसी मजबूरी के चलते निकाह को आगे नहीं टाल सके हैं। मुस्लिम समाज में ऐसे लोग सिर्फ निकाह की रस्म अदायगी कर रहे हैं। बरात नहीं जा रही है। निकाह के लिए दूल्हे राजा मोटरसाइकिल से पहुंच रहे हैं। धनपुरा शाहदरा, सोनकपुर, लालू नगला, मधुपुरा में भी ऐसे कई निकाह हुए, जिनमें तीन से चार लोग शामिल हुए। मधुपुरा में एक निकाह में दूल्हा के पिता व भाई ही शरीक हो सके। सभी मास्क लगाए थे। दोपहर एक बजे पहुंचे। दो बजे ससुराल में खाना खाया। इसके बाद इमाम साहब ने निकाह पढ़ाया और फिर कुछ देर बाद दुल्हन को बाइक पर बैठाकर रवाना हो गए। दहेज भी नहीं लिया।

निकाह में बच रही फिजूलखर्ची

लॉकडाउन के चलते मुस्लिम समाज में जो भी शादियां हो रही हैं, वे सभी बड़ी सादगी से हो रही हैं। लालू नगला के ग्राम प्रधान जुल्फिकार अहमद कहते हैं कि शादियों में फिजूलखर्ची बहुत बढ़ गई थी। बरात के खाने और होटल के नाम पर ही लाखों रुपये खर्च हो रहे थे। लोग शादी के लिए जमीन तक बेच रहे थे और कर्ज ले रहे थे। एक सप्ताह पहले उनके खानदान में भी सादगी के साथ एक निकाह की रस्म हुई। काजी ए शरआ व जिला मुफ्ती सैयद फैजान मियां कहते हैं कि लॉकडाउन के दौरान निकाह में तीन-चार लोग ही शामिल हो रहे हैं। हम पहले ही सबको हिदायत दे चुके हैं कि निकाह में भीड़ न होने पाए। जमीअत उलमा ए ङ्क्षहद के जिलाध्यक्ष मौलाना मुहम्मद असलम जावेद कासमी कहते हैं कि लॉकडाउन में लोगों को शादी की तारीख आगे बढ़ा देनी चाहिए। अगर नहीं बढ़ पा रही है तो निकाह कराना बेहतर है। इससे शादी में खाने के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची भी बच रही है।

घर के अंदर ही हो सकता है निकाह

जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह का कहना है कि निकाह की रस्म अगर घर के अंदर की जाती है तो प्रशासन को कोई आपत्ति नहीं है। इसमें केवल दूल्हा दुल्हन और इन दोनों के माता पिता ही शामिल हो सकते हैं।


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