बिहार की किशोरी मुरादाबाद में बाल आश्रम की दीवार कूदकर भागी, सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं तस्वीरें
रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिली बिहार की किशोरी शोभना बाल आश्रम की दीवार कूदकर भाग गई। प्राथमिक जांच में आश्रम के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। जिस कर्मचारी को किशाेरी के पास रहना था वह दूसरे कमरे में सो गई थीं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिली बिहार की किशोरी शोभना बाल आश्रम की दीवार कूदकर भाग गई। प्राथमिक जांच में आश्रम के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। जिस कर्मचारी को किशाेरी के पास रहना था, वह दूसरे कमरे में सो गई थीं। आश्रम की संचालिका ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है। पुलिस किशोरी की तलाश करा रही है। लेकिन, अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
बाल कल्याण समिति के सदस्य हरिमोहन गुप्ता ने बताया कि एक अगस्त को रेलवे चाइल्ड लाइन ने आरपीएफ की मदद से 13 साल की किशोरी को न्यायपीठ के सामने पेश किया था। किशोरी उन्हें रेलवे स्टेशन पर ही रोती हुई मिली थी। काउंसिलिंग के दौरान किशोरी ने बताया था कि वह बिहार की रहने वाली है। रक्सौल एक्सप्रेस से अपनी बहन और बहनोई के साथ आई थी। बहन-बहनोई रामपुर में रहते हैं। वह उसे यह कहकर ट्रेन में छोेड़ गए कि तुम दिल्ली रक्सौल एक्सप्रेस से घर वापस चली जाना। किशोरी ने बताया कि वह मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर ही उतर गई। परिवार में उसने अपने पिता का मोबाइल नंबर बताया। बातचीत होने पर पिता ने बुधवार तक पहुंचने के लिए कहा था। इसलिए उसे पिता के आने तक खुला बाल आश्रम में रखने के लिए आदेश कर दिए थे। लेकिन, इससे पहले ही दो अगस्त की सुबह साढ़े छह बजे नहाने के लिए कमरे से निकलकर बाल आश्रम की दीवार कूदकर जाल के सहारे भाग गई। रेलवे चाइल्ड लाइन ने जिस युवती को उस पर निगरानी रखने के लिए कहा था, उसे किशोरी के आसपास की सोना था। सोने के लिए युवती ने बिस्तर भी किशोरी के पास लगाया था। लेकिन, कहीं अलग जाकर सो गई। आश्रम के अन्य स्टाफ की भी लापरवाही रही। जिसकी वजह से किशाेरी को भागने में सफलता मिल गई। इसके बाद भी आश्रम की संचालिका ने समय से बाल कल्याण समिति को सूचना नहीं दी। इसे लेकर बाल कल्याण समिति ने नाराजगी भी जताई है। आश्रम की संचालिका ने किशोरी के गायब होने के मामले में मुकदमा लिखाने के लिए थाना सिविल लाइंस में तहरीर दे दी है।
25 मिनट में मिली किशोरी को सफलता : बाल कल्याण समिति के सदस्य हरिमोहन गुप्ता ने बताया कि किशोरी ने भागने के लिए 25 मिनट तक प्रयास किए। सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ कैद हो गया है। किशोरी पहले नहाने के बहाने दीवार के पास सलवार सूट में आई है। उसने सलवार सूट में दीवार कूदने की कोशिश की। लेकिन, सफलता नहीं मिल सकी। इसके बाद वह टी शर्ट पहन आई। फिर दीवार कूदने की कोशिश की। सफलता नहीं मिलने पर फिर से सलवार सूट पहनकर कोशिश करने पर सफलता मिल गई। हमने खुला बाल आश्रम की सीसीटीवी कैमरे सही कराने और जाल को ठीक कराने के लिए निर्देश दिए हैं।