कोरोना महामारी के खतरे के बीच बेसहारा माताओं को खुशियां बांट रहा एक बेटा Moradabad News
मातृ दिवस पर डॉ. अरविंद गोयल ने गोद लिए 38 गांवों और आश्रमों में जाकर माताओं में बांटे उपहार । कोरोना के खिलाफ जंग में जरूरतमंदों और गरीबों तक पहुंचा रहे मदद।
मुरादाबाद,जेएनएन। प्रख्यात समाजसेवी और शिक्षाविद् डॉ. अरविंद कुमार गोयल मातृ दिवस पर हमेशा की तरह उन माताओं के आंसू पोंछकर खुशियां बांटते नजर आए, जिनको अपनों ने छोड़ दिया। मातृत्व दिवस पर जब वह अपने गोद लिए 38 गांव और आश्रमों में रह रही माताओं के बीच पहुंचे तो यहां भावुक कर देने वाला नजारा था। कोरोना महामारी के खतरे के बीच डॉ. गोयल उन लोगों का सहारा बने और बेटे का फर्ज निभाया। महामारी में लोग अपने घरों में हैं लेकिन, मातृ दिवस पर वह आश्रम में पहुंचे। रविवार को डॉ. गोयल ने मिलन विहार और बुद्धि विहार में संचालित वृद्धाश्रम में पहुंचकर बेसहारा वृद्धाओं की सेवा कर आशीर्वाद लिया। डॉ. गोयल अपने आश्रमों और खुद के गोद लिए 38 गांवों में ऐसी ही सैकड़ों माताओं के बीच पहुंचे। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पीपीई किट पहनकर उन्होंने आश्रम की महिलाओं को कपड़े, फल, व उपहार दिए और घंटों तक उनके साथ बैठकर बातें कीं। हालांकि, इन आश्रमों में प्रतिदिन वह सभी सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन, रविवार का दिन बहुत ही खास था। जैसे ही डॉ. गोयल आश्रम पहुंचे तो वृद्ध मां ने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया।
लॉकडाउन में मदद के लिए काम कर रहीं बीस टीमें
देश में कोरोना ने पैर पसारे और गरीबों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हुआ तो डॉ. गोयल ने अपनी 20 टीमें जरूरतमंदों तक राशन, फल, सब्जी, दवाएं और जरूरत का सामान बांटने में लगा दीं। प्रधानमंत्री राहत कोष में मदद भेजने के साथ ही गोद लिए 38 गांवों और शहर व आसपास की बस्तियों में गरीबों तक मदद पहुंचायी जा रही है।
दुनिया में मिला सम्मान
डॉ. अरविंद कुमार गोयल को उनके सेवा कार्यों के कारण देश और दुनिया के विभिन्न मंचों से सम्मानित किए जा चुके हैं। चार पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। फिल्मी जगत के बड़े मंच आइफा अवार्ड में भी सम्मानित किया गया है। हाल ही में स्टारडस्ट जैसी अंतरराष्ट्रीय पत्रिका स्टारडस्ट ने उन्हें पहले पेज पर स्थान देने के साथ सेवा कार्यों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।