Moradabad News: जिले में 80 प्रतिशत पूरा हुआ सर्वे, बिना मान्यता के संचालित हो रहे 315 मदरसे
Madrassa without Recognition बिना मान्यता के संचालित मदरसों के सर्वे का मुद्दा गरम है। विपक्षी दलों के नेता सर्वे को लेकर तमाम बातें कर रहे हैं। सम्भल से सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क मुरादाबाद के सांसद डा. एसटी हसन ने भी सर्वे को लेकर बयान दिया है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के आदेश पर बिना मान्यता से संचालित होने वाले मदरसों का सर्वे चल रहा है। अब तक सर्वे में 315 मदरसे ऐसे मिले हैं, जो बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं। इनमें 115 मदरसे बिलारी तहसील के हैं। बाकी अन्य तहसीलों के हैं। सर्वे का काम पूरा होने के बाद ही मदरसों की पूरी संख्या मिल सकेगी।
बिना मान्यता के संचालित मदरसों के सर्वे का मुद्दा गरम है। विपक्षी दलों के नेता सर्वे को लेकर तमाम बातें कर रहे हैं। सम्भल से सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क, मुरादाबाद के सांसद डा. एसटी हसन ने भी सर्वे को लेकर बयान दिया है। शासन ने मदरसों के सर्वे का काम लेखपालों को दिया गया है। लेखपाल मस्जिदों में पढ़ने वाले बच्चों को बिना मान्यता के संचालित होने वाला मदरसा मानकर सूची बना रहे हैं।
हालांकि, इस तरह तो हर मस्जिद में 10-12 बच्चे दीनी तालीम लेने के लिए पहुंचते हैं। इनमें कुछ ऐसे भी बच्चे होते हैं, जो अन्य स्कूलों में पढ़ रहे होते हैं। सर्वे से मदरसा संचालकों में खलबली मची हुई है। चर्चा यह कि पता नहीं सरकार मदरसों को लेकर सर्वे के बाद क्या निर्णय लेगी।
बताया जा रहा है कि अभी तक 80 फीसद सर्वे का काम हो सका है। अपर जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में बड़ी संख्या में बिना मान्यता के मदरसों का संचालन हो रहा है। सर्वे का काम अभी पूरा नहीं हो सका है। सर्वे पूरा होने पर शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। शासन स्तर से ही इन मदरसों को लेकर निर्णय होगा।
मुरादाबाद की चारों तहसीलों में मदरसों के संचालन का काम चल रहा है। अब तक के सर्वे में बिना मान्यता के संचालित होने वाले मदरसों की संख्या 300 के पार पहुंच गयी है।
किस तहसील में कितने मदरसे अवैध
तहसील मदरसे
मुरादाबाद 86
ठाकुरद्वारा 48
कांठ 61
बिलारी 115
कुल 315