उत्तराखंड के 500 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले के तार मुरादाबाद से जुड़े Moradabad news
घोटाले पर सवाल करने पर कहने लगा कि आरोपित का घोटाले से कोई संबंध नहीं है। जिन लोगों के नाम से छात्रवृत्ति ली गई है। उन्होंने दाखिला कराने का आरोप लगा दिया है।
मुरादाबाद,जेएनएन। उत्तराखंड के 500 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले से मुरादाबाद से ही तार जुड़े हैैं। शनिवार को विशेष जांच दल (एसआइटी) की टीम ने स्टेडियम के पास रामगंगा विहार में रहने वाले शिक्षण संस्थान के मालिक के घर छापा मारा लेकिन, आरोपित हाथ नहीं लग पाया। इसकी वजह से टीम को वापस लौटना पड़ा।
स्टेडियम के पास रहने वाले माफिया का कांठ रोड पर शिक्षा संस्थान है। मुरादाबाद के संस्थानों में जिन बच्चों के नाम से छात्रवृत्ति निकालकर हड़पी गई है, उन्होंने एसआइटी को दिए बयान में कहा है कि उनके दाखिले स्टेडियम के पास रहने वाले शिक्षा संस्थान के मालिक ने कराए थे। इसलिए एसआइटी की जांच में उनका नाम गया है। शनिवार को दोपहर उत्तराखंड के सितारगंज एसएसआइ वीएस बिष्ट के साथ एसआइटी की टीम ने शिक्षण संस्थान के घर छापा मार दिया। इस दौरान आरोपित तो घर नहीं मिले। उनके परिवार की महिलाएं घर में थीं। एसआइटी की टीम आरोपित के परिवार की महिलाओं को जानकारी देकर लौट गई।
थाना सिविल लाइंस के प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाह ने बताया कि एसआइटी ने उन्हें दबिश देने की अधिकारिक जानकारी तो नहीं दी लेकिन, वह लोग आए थे। उत्तराखंड के छात्रवृत्ति घोटाले में रामगंगा विहार के किसी व्यक्ति की उन्हें तलाश है। उन्होंने टीम को रामगंगा विहार पुलिस चौकी भेज दिया। वहां से टीम आरोपित के घर गई होगी। उधर, आरोपित के भाई का फोन तो रिसीव हो गया लेकिन उधर से बोलने वाला उनका परिचित था।
एक साल में खरीदे तीन करोड़ के मकान
एसआइटी के छात्रवृत्ति घोटाले में जिस व्यक्ति का नाम आया है। उसने एक साल में दो मकान खरीदे हैैं। जिनकी कीमत करीब तीन करोड़ होगी। आरोपित पहले नवीन नगर स्थित अपने छोटे से मकान में रहता था। दो मकान खरीदने के आरोपित मुहल्ले वालों की नजर में भी चढ़ा है।
2018 में लिखा गया था मुकदमा
2018 में मुरादाबाद पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्रबंधक और स्टाफ के खिलाफ सितारगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। कॉलेज सम्भल रोड पर स्थित है। यह मुकदमा एसआइटी के प्रभारी नित्यानंद पंत ने लिखाया था। आरोप था कि 41 छात्रों के कूट रचित दस्तावेज तैयार करके छात्रवृत्ति की रकम निकालकर हड़पी गई है। इस मामले की एसआइटी जांच कर रही है।