पंचायत चुनाव के दौरान जिले के 43 शिक्षकों की कोरोना से गई जान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले प्रदेश के 2020 कार्मिकों की कोरोना से मौत हुई। वहीं मुरादाबाद जिले में 43 शिक्षकों ने अपनी जान गंवाई।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद/ लखनऊ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले प्रदेश के 2020 कार्मिकों ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जान गंवाई है। राज्य सरकार ने ऐसे दिवंगतों के स्वजन को 30 लाख रुपये देने की घोषणा की है। शासन ने वेबसाइट पर कालकलवित कार्मिकों की सूची अपलोड कर दी है। जिले के 43 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर अपनी जान गंवाई है।
अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शासनादेश के अनुपालन में 3092 आवेदनपत्र मिले थे। जिलाधिकारियों ने उनकी पात्रता जांची और 2020 कर्मियों की सूची भेजी है।
उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि सूची में 1071 बेसिक शिक्षा विभाग के कार्मिक हैं, जबकि उन्होंने 1621 मृत कार्मिकों की सूची दी थी। करीब 500 इसमें छूट गए हैं। सरकार से अनुरोध है कि उनके परिवारी जन को अनुग्रह राशि दी जाए। उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि सरकार तीस दिन का बंधन खत्म करके सभी मृत कार्मिकों के परिवारी जन को अनुग्रह राशि दिलाए। कई कर्मियों की मौत 30 दिन के बाद भी हुई है। वहीं जिले के प्राथमिक शिक्षक संघ ने मृतक शिक्षकों की सूची प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा के माध्यम से शासन को उपलब्ध कराई थी। जिसमें 36 प्राथमिक शिक्षक संघ और सात माध्यमिक शिक्षा के शिक्षक थे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तरप्रदेश की ओर से भी शासनादेश की सराहना की है। प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने से प्रदेश के 2020 शिक्षकों व कर्मचारियों की मृत्यु को माना गया है। इसमें मुरादाबाद के भी 43 शिक्षक हैं। 30 लाख रुपये अनुग्रह राशि प्रदान करने की सूची व आदेश जारी करना उत्तरप्रदेश सरकार का सराहनीय कदम बताया।