मुरादाबाद से 40 बंदियों को भेजा गया बरेली सेंट्रल जेलMoradabad News
जिला कारागार से बंदियों के स्थानांतरण का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को जिला कारागार से 40 बंदियों को बरेली सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया। शासन के आदेश पर इन बंदियों को स
मुरादाबाद, जासं : जिला कारागार से बंदियों के स्थानांतरण का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को जिला कारागार से 40 बंदियों को बरेली सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया। शासन के आदेश पर इन बंदियों को सेंट्रल जेल भेजा गया है।
जिला कारागार में मौजूदा समय में तीन हजार चार सौ बंदी सजा काट रहे हैं,जिसमें 148 महिला बंदी है। यह कारागार की क्षमता से पांच गुना हैं। बंदियों का बोझ कम करने के लिए समय-समय पर मंडलीय जिलों के साथ ही दूसरे जनपदों में बंदियों का स्थानांतरण किया जाता है। इस बार सबसे ज्यादा बंदियों का स्थानांतरण एक साथ किया गया है। बंदियों के अचानक हुए स्थानांतरण से कारागार के अधिकारी भी हैरान है। यहां जेल में तीन सौ के करीब उम्रकैद की सजा पाए बंदी जेल में बंद हैं।
मंगलवार को सुबह छह बजे 40 बंदियों को बरेली के लिए रवाना कर दिया गया। जिन बंदियों को बरेली सेंट्रल जेल भेजा गया है, उन सभी को उम्रकैद की सजा अदालत से मिली हुई थी। इससे पहले आगरा सेंट्रल जेल में भी बंदियों को भेजने की कार्रवाई हो चुकी है। जेल अधिकारियों का कहना है कि शासन भी जेल में बंदियों की संख्या को लेकर चितिंत है। ऐसे में बंदियों के स्थानांतरण की प्रक्रिया रुटीन में चलती रहती है।
केवल पुरुष बंदियों को भेजा गया
शासन ने जिन बंदियों को बरेली सेंट्रल जेल भेजने का आदेश जारी किया, उसमें सभी पुरुष बंदी थे। किसी भी महिला बंदी को बरेली सेंट्रल जेल नहीं भेजा गया है। गौरतलब है कि छह माह पूर्व अमरोहा के बावनखेड़ी हत्याकांड की दोषी शबनम को शासन ने रामपुर जेल भेज दिया था। उसे अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका विचाराधीन है।
कारागार से 40 पुरुष बंदियों को शासन के आदेश पर बरेली सेंट्रल जेल स्थानांतरित किया गया है। सेंट्रल जेल भेजे गए सभी बंदियों को उम्रकैद की सजा मिली थी। इन बंदियों पर कोई दूसरा मामला भी विचाराधीन नहीं था।
उमेश सिंह, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, मुरादाबाद।