नवाब खानदान के खजाने में 23 करोड़ की पेंटिंग, खासियत जान रह जाएंगे दंग
RamNawab family चित्रकारी के बड़े शौकीन थे रामपुर के नवाब साहब। दुनिया के मशहूर पेंटर उनके लिए तैयार करते थे पेंंटिंग। ये तस्वीरें आज भी लोगों ध्यान खींच रहीं हैं।
रामपुर (मुस्लेमीन)। नवाब खानदान के खजाने में 23 करोड़ की पेंटिंग हैं। नवाबी दौर में ये तस्वीरें खासबाग पैलेस की शान बढ़ाया करती थीं। लेकिन, देखरेख के अभाव में ज्यादातर बदहाल हो गई हैं। अब बंटवारे के दौरान अदालत में संपत्ति की जो लिस्ट सौंपी गई है, उसमें पेंटिंग की कीमत ही करीब 23 करोड़ आंकी गई है। इनमें एक दर्जन पेंटिंग तो पंद्रह-पंद्रह लाख रुपये की हैं। इनमें नवाबों की अपनी तस्वीर भी शामिल हैं। इनके फ्रेम सोने के पालिश से बने हैं। इन तस्वीरों को दुनिया के मशहूर पेंटरों द्वारा बनाया गया।
रामपुर में पौने दो सौ साल तक नवाबों का राज रहा है। इस दौरान दस नवाबों की सत्ता रही। इन सभी के फोटो की पेंटिंग बनी हैं, जो कोठी खासबाग में लगी। इन सभी की कीमत 15-15 लाख रुपये हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खां और नवाब आसिफ उद्दौला की तस्वीर भी हैं, इनकी कीमत भी इतनी ही आंकी गई है। इनके अलावा और वेशकीमती पेंटिंग हैं। खासबाग के दरबारे में हाल में अठखेलियां करतीं और स्नान करती युवितयों की खूबसूरत पेटिंग भी है। कुल 436 पेंटिग हैं, जिनकी कीमत 22 करोड़ 92 लाख 11 हजार आंकी गई है। अदालत में रिपोर्ट सौंपने वाले अधिवक्ता हर्ष गुप्ता का कहना है कि पेंटिंग की कीमत का आंकलन विशेषज्ञ कंपनी द्वारा कराया गया है। दुनिया के मशहूर पेंटर पीटर लैली और जान हैंसन ने पेंटिंग बनाई। इन दोनों की तस्वीरें भी हैं, जिनकी कीमत दस-दस लाख रुपये आंकी गई है।
सोने के पालिश से बने हैं फ्रेम
पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां बताते हैं कि ज्यादातर पेंटिंग आखिरी नवाब रजा अली खां के दौर में बनी हैं। इन्हे बनाने के लिए सामान और पेंटर भी विदेश से आए। कैनवास पर आयल पेंट और वाटर कलर से तैयार किया गया है। ज्यादातर पेंटिंग के वर्मा टीक से इनका फरेम बना है, जिसे सोने के पालिश से तैयार किया। कुछ पेंटिंग में पेंसिल वर्क भी है। नवाबों की पेंटिंग खासबाग पैलेस के सी ब्लाक के हाल में लगी हैं। नवाब मुहम्मद सईद खां और नवाब यूसुफ अली खां की तस्वीरें गायब हैं। नवाबों की तस्वीरें 10 गुणा पांच फीट साइज में हैं।पियानो की कीमत दस लाखरामपुर के नवाब कला के बड़े कद्रदान थे। फिल्मी अभनेत्रियां उनकी महफिल की शान बढ़ाया करती थीं। मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार की सास नसीम बानो, निम्मी और अख्तरी बाई ने भी यहां नृत्य किया। नवाब रजा अली खां खुद पियानो बजाते थे। इस पियानो की कीमत दस लाख आंकी गई है। हालांकि यह बदहाल हो चुका है।