बाइस साल की लड़की के साथ कराने जा रहे थे 16 साल के लड़के की शादी Moradabad News
पुलिस की मौजूदगी में लिखित समझौते के बाद पीछे हटे परिजन। पुलिस की ओर से कार्रवाई की बात कहने पर परिवार के लोगों ने मानी बात।
मुरादाबाद, जेएनएन। नाबालिग किशोर की शादी करने की जिद पर अड़े परिजनों को कानूनी कार्रवाई के खौफ से तथा पुलिस व बच्चों के लिए काम करने वाली संस्थाओं के दबाव में अपने पांव पीछे खींचने पड़े। घटना छजलैट थाना क्षेत्र के फोल्डा पट्टी गांव की है। नाबालिग की शादी का मामला एक बार फिर मुरादाबाद की सुर्खियों में है।
यह है पूरा मामला
बाल कल्याण समिति की सदस्य नीतू सक्सेना ने बताया कि गुरुवार को सुबह यूपी 112 के साथ ही बाल कल्याण समिति व चाइल्ड लाइन के फोन नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने काल किया। बताया कि एक नाबालिग किशोर की शादी की योजना बनाई जा रही है। किशोर अभी महज 16 वर्ष का है और वह 11वीं की छात्र है। 27 मार्च को शादी की तिथि तय कर दी गई है। बड़े भाई व नाबालिग छात्र की शादी एक ही दिन एक ही साथ तय की गई है। शादी मुरादाबाद में तय होने का दावा किया गया। इतना ही नहीं दलील को सच साबित करने की कोशिश में किशोर का दसवीं का मार्कशीट भी उपलब्ध कराया गया।
मार्कशीट देखने के बाद हरकत में आई पुलिस
मार्कशीट देखते ही बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन व एएसटीयू (मानव तस्करी रोकथाम इकाई) हरकत में आ गई। एएसटीयू के मयंक गोयल, बाल कल्याण समिति की नीतू सक्सेना व चाइल्ड लाइन से मुहम्मद नईम छजलैट रवाना हुए। पुलिस के साथ टीम के सदस्य फोल्डा पट्टी गांव पहुंचे। ग्राम प्रधान कुंवर पाल सिंह व सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में किशोर के परिजनों को समझाने की कवायद शुरू हुई। छानबीन में पता चला कि 11वीं के छात्र का विवाह जिस युवती से तय था वह इस वक्त 22 वर्ष की है। जबकि जबरिया दूल्हा बनाया जा रहा किशोर महज 16 साल का है। टीम के सदस्यों व पुलिस का दबाव रंग लाया। किशोर के पिता ने लिखित समझौता किया कि जब तक उसका बेटा बालिग नहीं होगा, तब तक उसका विवाह नहीं करेगा। इसके साथ ही बाल विवाह से जुड़े मामले का पटाक्षेप हो गया।