सोलह करोड़ रुपये लेकर चिटफंड कंपनी फरार
मुरादाबाद : महानगर में अर्से तक सक्त्रिय रही एक चिट फंड कंपनी ग्राहकों को सोलह करोड़ रुपये स
मुरादाबाद : महानगर में अर्से तक सक्त्रिय रही एक चिट फंड कंपनी ग्राहकों को सोलह करोड़ रुपये से अधिक रकम का चूना लगाकर फरार हो गई है। घटना की पुष्टि से हलकान पीड़ित जिले के विभिन्न थानों में तहरीर देकर कंपनी संचालक व उसके कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की माग कर रहे हैं। तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर मझोला पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है। ये है पूरा मामला
तहरीर के मुताबिक भोजपुर थाना
के पीपल साना गाव लाल मस्जिद निवासी मुहम्मद गुफरान, हामिद हुसैन निवासी पीर का बाजार करुला, इशरत अली निवासी भोपुर रुस्तमपुर तिगरी थाना भोजपुर, शकील अहमद निवासी थाना डिलारी, ताहिर निवासी सरदार नगर अटरिया थाना भोजपुर आपस में मिलकर लाकड़ी स्थित रैमैल म्यूच्यूअल बेनिफिट इंडिया निधि लिमिटेड के नाम से कंपनी चलाते थे। मुरादाबाद की सबीहा परवीन, शबाना परवीन, नाजिया परवीन, साबिया, रिजवाना, रुकसाना, रिजवाना परवीन से संपर्क साध कर कंपनी कर्मियों ने उनकी आरडी कराई। इन सभी महिलाओं ने एफडी के रूप में करीब साढ़े तीन लाख रुपए कंपनी में जमा किए। तय समय पूरा होने के बाद सबीहा परवीन ने कंपनी निदेशक हामिद हुसैन से बात की और रुपये अदा करने को कहा तो कंपनी निदेशक टालमटोल करने लगा। फिर सबीहा परवीन ने कंपनी निदेशक के घर का पता ढूंढा। उनके पहचान के जिन लोगों ने चिट फंड कंपनी में आरडी जमा की थी उन्हें साथ लेकर सबीहा परवीन निदेशक के घर पहुंच गईं। तब कंपनी निदेशक के घर वालों ने ग्राहकों से गाली-गलौज करते हुए उन्हें भगा दिया। महिला के मुताबिक अयूब हुसैन ने 22 लाख, तेजपाल सिंह ने 16 लाख, इशरत अली ने 16 लाख, फईम अहमद ने 32 लाख, राजेश बाबू ने चार लाख, नफीस अहमद ने पाच लाख, जुल्फिकार ने 22 लाख, शौकीन ने 18 लाख, कमल सिंह ने 17 लाख, दिलशेर अली ने 30 लाख रुपये कंपनी में जमा किए थे। रिपोर्ट दर्ज कर कर जाच में जुटी पुलिस
इनके अलावा और सैकड़ों ग्राहकों के लाखों रुपये कंपनी में जमा हैं। सभी लोगों के करीब सोलह करोड़ रुपये समेटने के बाद लाकड़ी स्थित दफ्तर पर ताला जड़कर कंपनी संचालक फरार हो गए। मझोला थाना प्रभारी विकास सक्सेना ने बताया कि बिजनौर के एक पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने पहले ही कंपनी के खिलाफ अभियोग दर्ज कर लिया है। अब नए सिरे से आने वाले पीड़ितों की तहरीर के आधार पर मुकदमे की कार्रवाई की जा रही है।