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दो महीने पहले ही व्यापारी को लूटने की बनी साजिश

वाराणसी निवासी प्रदीप दूबे ने भदोही निवासी गल्ला व्यापारी को लूटने के लिए दो महीने पहले ही प्लान बना लिया था जब उसे पता चला कि शिव कुमार निवासी कंसापुर भदोही अनाज खरीदने के लिए लाखों रुपये लेकर चलता है। बस वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 07:30 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 07:30 PM (IST)
दो महीने पहले ही व्यापारी 
को लूटने की बनी साजिश
दो महीने पहले ही व्यापारी को लूटने की बनी साजिश

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : वाराणसी के बिहड़ा गांव निवासी प्रदीप दूबे ने भदोही निवासी गल्ला व्यापारी को लूटने के लिए दो महीने पहले ही प्लान बना लिया था, जब उसे पता चला कि शिव कुमार निवासी कंसापुर भदोही अनाज खरीदने के लिए लाखों रुपये लेकर चलता है। बस वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसके लिए उसे मौका नहीं मिल रहा था। 16 जनवरी गुरुवार को जैसे ही उसे मौका मिला वैसे ही व्यापारी को अपनी कार में बैठाकर मीरजापुर लाकर गोली मारकर हत्या करने के बाद शव को चील्ह के एक कुएं में फेंककर फरार हो गया।

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पुलिस के अनुसार प्रदीप दूबे राइस मील पर अक्सर आता जाता था। इसी बीच उसे पता चला कि शिव कुमार कमीशन पर अनाज खरीदवाने व बेचवाने का बड़ा व्यापारी है। उसके पास अक्सर 30 से 35 लाख रुपये रहते हैं। यह सुन प्रदीप ने उसे लूटने का प्लान बनाया। एक दो बार प्रयास भी किया लेकिन उसे मौका नहीं मिल रहा था। हर बार अपने किसी साथी के साथ रहने के चलते वह शिव कुमार को लूट नहीं पा रहा था। दो बार वारदात को अंजाम देने में विफल होने पर उसने एक दिन शिव से अकेले में बात किया। कहा कि वह मीरजापुर के कुछ व्यापारियों को जानता है तो काफी कम कीमत में अनाज बेचते है। अगर उसे खरीद लिया जाए तो उसमें लाखों का मुनाफा होगा। यह सुन शिवकुमार लालच में पड़ गया। उसने अनाज खरीदने की हामी भर दी। फिर क्या था। प्रदीप अपने दो साथियों के साथ 16 जनवरी को औराई स्थित राइस मिल पर पहुंचा और शिव को अकेला देखकर अपने गाड़ी में बैठा लिया। जब उसे पता चला कि उसने अनाज खरीदने के लिए पैसा लिया है तो खुश हो गया। दिन भर व्यापारी को घुमाने के बाद शाम को सभी ने चील्ह में एक दुकान पर एक साथ नाश्ता किया इसके बाद घर के लिए रवाना हुए। शार्टकट रास्ता से चलने का बहाना बनाते हुए उसे चिदलीक गांव ले गए जहां प्रदीप व अन्य साथी शिव से रुपया छीनने लगे। किसी अनहोनी होने की आशंका जताते हुए जब व्यापारी ने शीशा तोड़कर शोर मचाना चाहा तो एक गोली पीठ और एक गोली सीने में मारकर हत्या कर दी और शव कुएं में फेंककर फरार हो गए।


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