बेरोजगारी व महंगाई से बढ़ी जनता की मुश्किलें
वामदलों के आह्वाहन पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की ओर से मंगलवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। भाकपा के जिला सचिव अनुज प्रताप सिंह ने मोदी सरकार के बजट को जनविरोधी बताया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : वामदलों के आह्वान पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की ओर से मंगलवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। भाकपा के जिला सचिव अनुज प्रताप सिंह ने मोदी सरकार के बजट को जनविरोधी बताया। कहा कि बेरोजगारी, कृषि संकट व महंगाई से जनता की मुश्किलें और बढ़ गई है। उन्होंने सरकार के बजट पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के बिगड़े हालात में बेकार की प्रक्रिया में चार लाख करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जबकि शिक्षा का बजट 95 हजार करोड़ व स्वास्थ्य का मात्र 63 हजार करोड़ रुपए है। आरोप लगाया कि सरकार संसाधन जुटाने के नाम पर एलआईसी सहित अन्य राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने की व्यवस्था कर रही है। करों में उत्तर प्रदेश का हिस्सा भी कम कर दिया गया है। बजट में धनी वर्ग, कारपोरेट क्षेत्र को ज्यादा रियायतें प्रदान की गई हैं। इससे गरीब जनता को कोई राहत नहीं मिलेगी। इसका असर सीधे मेहनतकश जनता पर पड़ रहा है। ऐसे में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में की गई कटौती का भाकपा विरोध तबतक करेगी जबतक कटौती वापस नहीं लिया जाता।