गर्मी का असर, गंगा नदी में दिखने लगे अब रेत के टीले
कारोना महामारी की सरगर्मी में इस बार गर्मी का असर लोगों को परेशान नहीं कर रहा है। आम जनता गर्मी के बारे में चर्चा भी नहीं कर रही क्योंकि हर जगह सिर्फ कोरोना महामारी की ही बातें हो रही हैं। जनपद से गुजरने वाली गंगा नदी में जगह-जगह रेत के टीले दिखाई देने लगे हैं इससे यह साफ है गर्मी अपने पूरे शबाब पर है। मंगलवार को ही जिले का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया जिसने समस्या बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कारोना महामारी की सरगर्मी में इस बार गर्मी का असर लोगों को परेशान नहीं कर रहा है। आम जनता गर्मी के बारे में चर्चा भी नहीं कर रही क्योंकि हर जगह सिर्फ कोरोना महामारी की ही बातें हो रही हैं। जनपद से गुजरने वाली गंगा नदी में जगह-जगह रेत के टीले दिखाई देने लगे हैं, इससे यह साफ है गर्मी अपने पूरे शबाब पर है। मंगलवार को ही जिले का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया जिसने समस्या बढ़ा दी है।
केंद्रीय जल आयोग के अवर अभियंता रविशंकर सिंह ने बताया कि पिछले एक सप्तात से जलस्तर तेजी से नीचे खिसका है और जगह-जगह रेत दिखने लगी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अच्छी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है लेकिन अगले 15 से 20 दिन काफी ज्यादा गर्मी पड़ेगी। इस दौरान तापमान बढ़कर 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। उन्होंने गंगा किनारे खेती करने वाले किसानों को भी तेज धूप से बचने की सलाह दी है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के तालाब व कुएं भी सूखने लगे हैं जिसकी वजह से मवेशियों और पक्षियों को पानी पीने की समस्या हो गई है। डीपीआरओ अरविद कुमार ने बताया कि जनपद में तालाबों की खुदाई जोरों से की जा रही है और सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत तालाब की खुदाई व खेतों की मेड़बंदी का कार्य किया जा रहा है। इससे आने वाले समय में बारिश के पानी का संरक्षण किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि तालाबों को भी भरवाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी ताकि पशु-पक्षियों को पानी की किल्लत न होने पाए।