दो सौ तीन किमी पानी व सीवरलाइन नेटवर्क से जुड़ेगा शहर
अमृत योजना के तहत मीरजापुर शहर को 203.40 किलोमीटर के पानी व सीवरलाइन नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इससे शहर की मौजूदा सीवर लाइन को अपग्रेड करने के साथ ही पानी की लाइन भी बिछाई जाएगी। इससे गंगा में सीधे गिरने वाला सीवर शोधित होकर गिरने और गंगा में प्रदूषण कम होगा। शहर में जलापूर्ति बेहतर होगी और रोजाना निकलने वाले 29 एमएलडी सीवर का सही निस्तारण हो सकेगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : अमृत योजना के तहत मीरजापुर शहर को 203.40 किलोमीटर के पानी व सीवरलाइन नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इससे शहर की मौजूदा सीवर लाइन को अपग्रेड करने के साथ ही पानी की लाइन भी बिछाई जाएगी। इससे गंगा में सीधे गिरने वाला सीवर शोधित होकर गिरने और गंगा में प्रदूषण कम होगा। शहर में जलापूर्ति बेहतर होगी और रोजाना निकलने वाले 29 एमएलडी सीवर का सही निस्तारण हो सकेगा।
इस योजना के तहत डांगरगंज व लालघर के पास दो एमएलडी व 2.4 एमएलडी के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण किया जाएगा। जिससे शहर के आवासीय क्षेत्र का कचरा सीधे गंगा में न जाकर सीवरलाइन के माध्यम से एसटीपी तक पहुंचेगा, जहां पानी को ट्रीट किया जाएगा। नमामि गंगे परियोजना फेज एक में शहर के पक्का पोखरा में 14 एमएलडी का एसटीपी पहले बनाया गया है, जो अभी पूरी तरह से फंक्शन में नहीं है। दूसरी तरफ विध्याचल में चार एमएलडी का एसटीपी निर्माणाधीन है। नमामि गंगे परियोजना के तहत यह काम पूरा होने में करीब दो वर्ष का समय लगेगा। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत 150 एमएम से लेकर 1100 एमएम तक की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके साथ ही सभी वार्डों में सीवर चैंबर बनाकर लाइन से कनेक्ट किया जाएगा। अधिकारियों की मानें तो चारों एसटीपी शुरू होने से मीरजापुर व विध्याचल का सारा सीवर ट्रीट करने में सफलता मिलेगी। इस समय दोनों जगहों को मिलाकर करीब 29 एमएलडी सीवर रोजाना गंगा में गिरता है। हर घर तक चैंबर कनेक्शन
योजना के तहत सड़क के किनारे 6463 चैंबर बनाए जाएंगे। सीसी रोड पर 2154 चैंबर, इंटरलाकिग वाली सड़कों पर 6463 चैंबर बनाए जाएंगे। इसके अलावा सभी घरों को चैंबर कनेक्शन से ही जोड़ा जाएगा। इसके लिए बाकायदा कनेक्शन जारी किया जाएगा और बिना अनुमति के कहीं से भी लाइन जोड़ने की छूट नहीं रहेगी।
तीन महीने का होगा ट्रायल
इस परियोजना का काम पूरा होने के बाद निर्माण एजेंसी तीन महीने तक इसका ट्रायल करेगी। साथ ही इस पूरे कार्य को आइआइटी बीएचयू से अप्रूवल लेना होगा। अप्रूवल और ट्रायल के बाद इसे नगर पालिका परिषद को सौंप दिया जाएगा जो आगे इसे निरंतर जारी रखेगा।
एसटीपी पर खिलेंगे फूल
योजना के अनुसार मीरजापुर पक्का पोखरा सहित डांगर गंज व लालघर में बनने वाले एसटीपी के आसपास खूशबूदार फूल लगाए जाएंगे। विध्याचल एसटीपी यानि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास भी फूल लगेंगे ताकि इसकी खुशबू आसपास फैलती रहे। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह काम किया जाएगा।
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वर्जन
अमृत योजना के तहत शहरी क्षेत्र को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से पानी व सीवरलाइन नेटवर्क बनाया जा रहा है। इससे गंगा भी साफ होगी और शहर के निवासियों को भी लाभ होगा।
- मनोज जायसवाल, नपाध्यक्ष