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किशोरी ने गंगा में लगाई छलांग, मछुवारों ने बचाई जान

कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बालूघाट स्थित गंगा पुल से छलांग लगाकर किशोरी ने खुदकुशी करने का प्रयास किया। गंगा में नाव से मछली पकड़ रहे मछुआरों ने जब देखा तो उन्होंने तत्काल प्रयास कर किशोरी को बाहर निकाल लिया और आसपास के लोगों की सहायता से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। घटना बुधवार सुबह करीब सवा नौ बजे की है। मां किसी बात से नाराज किशोरी ने क्षुब्ध होकर यह कदम उठाया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 08:11 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 08:11 PM (IST)
किशोरी ने गंगा में लगाई छलांग, मछुवारों ने बचाई जान
किशोरी ने गंगा में लगाई छलांग, मछुवारों ने बचाई जान

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बालूघाट स्थित गंगा पुल से छलांग लगाकर किशोरी ने खुदकुशी करने का प्रयास किया। गंगा में नाव से मछली पकड़ रहे मछुआरों ने जब देखा तो उन्होंने तत्काल प्रयास कर किशोरी को बाहर निकाल लिया और आसपास के लोगों की सहायता से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। घटना बुधवार सुबह करीब सवा नौ बजे की है। मां किसी बात से नाराज किशोरी ने क्षुब्ध होकर यह कदम उठाया।

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वाराणसी के राजातालाब के पास बढ़ैनी गांव निवासी काशीनाथ यादव की बड़ी बेटी का विवाह कछवां रोड निवासी चंदन यादव के साथ हुआ है। चंदन का खेत व मकान चुनार कोतवाली अंतर्गत कुबां कला गांव में है। जहां चंदन की सास व साली जीरा (16) आई हुई थीं। बुधवार की सुबह चंदन की सास ने किसी बात को लेकर अपनी पुत्री को डांट दिया। इसके बाद अपने जीजा चंदन के ममेरे भाई अभय यादव निवासी बिहड़ा, वाराणसी के साथ बाइक पर जीरा अपने गांव बढ़ैनी वापस जाने के लिए निकली। रास्ते में चुनार पुल पर उसने अपनी चप्पल गिरा दी और बाइक रोकने को कहाव और अभय के बाइक रोकते ही उसने गंगा में छलांग लगा दी। जिससे अभय स्तब्ध रह गया। इसके बाद पुल पर से राहगीरों ने हल्ला मचाना शुरू किया तो नीचे गंगा में नाव पर मछली मार रहे गुड्डू साहनी, नाटे साहनी आदि ने तत्काल गंगा में कूदकर जीरा को बाहर निकाला और आसपास के लोगों की सहायता से उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। घटना की जानकारी अभय ने चंदन को फोन पर दी जिसके बाद मौके पर परिजन भी पहुंचे। लगातार हो रही घटनाएं

चुनार पक्के पुल पर इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। अब तक यहां से आधा दर्जन किशारियों व युवतियों के कूदने की घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रे¨लग की फें¨सग और उंची की जानी चाहिए ताकि कोई इतनी आसानी से छलांग न लगा पाए।


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