सरकार की नीतियों से भविष्य को लेकर चितित हैं शिक्षक
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रदेश नेतृत्व के आहवानपर शिक्षकों ने मंगलवार को बरियाघाट स्थित बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली सहित 12 सूत्री मांग की जा रही है। आंदोलन के पांचवें चरण में आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि शासन की शिक्षक विरोधी नीतियों दमनात्मक कार्रवाई और 12 सूत्री मांगों के समर्थन में संघर्ष कर रहे हैं। गुरुर ब्रहमा गुरुर विष्णु की भावना वाले देश में आज गुरु आज अपने भविष्य को लेकर चितित है। शिक्षक न्यूनतम सुविधाओं के साथ शिक्षण कार्य करने को मजबूर है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षकों ने मंगलवार को बरियाघाट स्थित बीएसए कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। शिक्षकों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली सहित 12 सूत्रीय मांग की जा रही है। आंदोलन के पांचवें चरण में आयोजित धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि शासन की शिक्षक विरोधी नीतियों, दमनात्मक कार्रवाई और 12 सूत्रीय मांगों के समर्थन में संघर्ष कर रहे हैं। देश में आज गुरु अपने भविष्य को लेकर चितित है। शिक्षक न्यूनतम सुविधाओं के साथ शिक्षण कार्य करने को मजबूर है। शिक्षकों ने नई पेंशन नीति के नियम की प्रतियां फाड़कर विरोध जताया।
मंडलीय मंत्री गणेश प्रसाद सिंह ने कहा कि शिक्षक केवल विद्यालय में पढ़ाना चाहता है, लेकिन आज शिक्षक विरोधी नीतियों के चलते भय व्याप्त है। पदों में लगातार कटौती से बेरोजगारी बढ़ने के साथ ही गुणवत्ता भी नीचे आ रही है। विजय शंकर त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानाध्यापकों के पदों में कटौती करके शिक्षकों के पदोन्नति का मार्ग अवरुद्ध कर दिया। रामअचल सिंह व बलवंत सिंह ने कहा कि सरकार की अव्यावहारिक नीतियों के कारण शिक्षक परिवार से दूर रहकर शिक्षण करने को मजबूर है। रामअचल सिंह, केदारनाथ दुबे, उमाकांत मिश्रा, अभिमन्यु सिंह, शान मोहम्मद, इंद्रभूषण उपाध्याय, मनोज राय, सुशील सिंह, राजेंद्र यादव, आलोक सिंह, आलोक तिवारी, गुंजन, माधुरी, वंदना, ऊषा, प्रज्ञा, सुष्मिता, पूनम, सत्यंबदा सिंह, राघवेंद्र शुक्ल, नीलकांत पांडेय, अशोक मौर्य, आनंद प्रकाश, आनंद सिंह दीवाना, विध्येश त्रिपाठी, शशि प्रकाश पांडेय, मंगला सिंह आदि शिक्षकों ने समस्या समाधान कराने की मांग की। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की मांगें
-एक अप्रैल 2005 से पुरानी पेंशन लागू करें।
-प्राथमिक विद्यालय में 05 सहायक व एक प्रधानाध्यापक की तैनाती।
-विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो।
-प्रत्येक विद्यालय में लिपिक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हो।
-प्रेरणा एप के क्रियान्वयन पर रोक लगे।
-विद्यालय के संविलयन पर रोक लगे।
-शिक्षकों की वेतन विसंगति पर दूर हो।
-राज्य कर्मचारियों की भांति कैशलेस चिकित्सा सुविधा।
-शिक्षकों को आवासीय सुविधा मिले।